यूट्यूब से सीखे बनाया पेपर: राजस्थान के 10वीं के छात्र ने एमपी में बेचा फर्जी पेपर, गिरफ्तार

Update: 2024-08-04 02:05 GMT

 जयपुर ।इंदौर। राजस्थान में पेपर लीक पेपर लीक का खेल करनेका नाम नही ले रहा है इस बीच एक रोचक खबर सामने आई है। एमपी पुलिस ने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग  का फर्जी पेपर बनाकर उसे बेचने के आरोपित राजस्थान के झुंझुनू निवासी 10वीं के छात्र को गिरफ्तार किया है।

नाबलिग छात्र परीक्षार्थियों से रुपये कमाना चाहता था, इसलिए उसने यूट्यूब से पेपर बनाना सीखा। पेपर बेचने के लिए उसने टेलीग्राम पर 'एमपीपीएससी लिक्ड पेपर-2024' के नाम से ग्रुप बनाया, इस पर पेपर देने के बदले भुगतान के लिए फोन-पे (ई-वालेट) का बार कोड शेयर किया।पुलिस ने साइबर सेल की मदद से टेलीग्राम और फोन-पे से छात्र की जानकारी निकाली। फिर उसके घर पहुंची। छात्र ने फर्जी पेपर बेचकर चार परीक्षार्थियों से ढाई-ढाई हजार रुपये लेने की बात स्वीकार की है।

सीबीआइ और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पूछताछ की

उल्लेखनीय है कि इस छात्र से यूजीसी नेट पेपर मामले में सीबीआइ और इंटेलिजेंस ब्यूरो ने पूछताछ की थी। बता दें कि पिछले दिनों एमपीपीएससी का पेपर लीक होने का मामला संज्ञान में आने के बाद आयोग की ओर से इंदौर के संयोगितागंज थाने में अज्ञात के विरुद्ध शिकायत दर्ज कराई गई थी।

दरअसल, आयोग को इंटरनेट मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली थी कि कुछ लोग पेपर लीक होने का दावा कर उसे बेच रहे हैं। आयोग की ओर से कराई गई जांच के बाद पेपर लीक होने से इन्कार कर दिया गया था। इंदौर पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इसी मामले में पुलिस ने राजस्थान निवासी 16 वर्षीय किशोर को हिरासत में लिया। उसने पूछताछ में फर्जी पेपर बेचना स्वीकार किया।

बैंक खातों की भी जांच की गई

एसआइ अरविंद खत्री के मुताबिक, किशोर 10वीं कक्षा में पढ़ता है। यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में भी दिल्ली सीबीआइ की टीम और आइबी के अधिकारी उससे पूछताछ के बाद उसका फोन जब्त कर ले जा चुके हैं। उसके और स्वजन के बैंक खातों की भी जांच की गई है।

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