अधिकारी फील्ड में रहे सक्रिय, अवैध गतिविधियों पर लगाए अंकुश

By :  vijay
Update: 2024-12-13 14:05 GMT

उदयपुर,  । प्रमुख शासन सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम   टी. रविकान्त ने आगामी वर्ष के लिए 100 से अधिक मेजर मिनरल ब्लॉकों के ई-नीलामी की आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में अब तक 33 मेजर मिनरल ब्लॉकों की ई नीलामी की जा चुकी है और अब तक 87 मजर मिनरल ब्लॉकों की नीलामी कर राजस्थान समूचे देश में पहले स्थान पर आ गया है।

प्रमुख सचिव   टी. रविकान्त शुक्रवार को उदयपुर में खनिज विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री  भजन लाल शर्मा ने प्रदेष में मिनरल एक्सप्लोरेशन कार्य में तेजी लाने के साथ ही अधिक से अधिक मेजर मिनरल ब्लॉक तैयार कर ई-नीलामी पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि मेजर और माइनर मिनरल ब्लॉक व प्लॉटों के लिए डेलिनियेशन से लेकर आवश्यक सभी तैयारियों का रोडमैप बनाना होगा।

माइनर मिनरल ब्लॉकों की ऑक्शन प्रगति की समीक्षा करते हुए   टी. रविकान्त ने कहा कि इस वित्तीय वर्ष में 890 हैक्टेयर से अधिक क्षेत्र के 429 माइनर मिनरल प्लॉट व क्वारी लाइसेंस प्लॉटो की ई नीलामी की जा चुकी है जिससे राज्य सरकार को नीलामी की प्रीमियम राशि 40 प्रतिशत के रुप में 182 करोड़ रुपए से अधिक का राजस्व प्राप्त हो गया है। उन्होंने बताया कि माइनर मिनरल ब्लॉकों की नीलमा प्रक्रिया जारी है और इस वित्तीय वर्ष में माइनर मिनरल ब्लॉकों की ई-नीलामी का भी नया रेकार्ड कायम किया जाएगा।

प्रमुख सचिव   टी. रविकान्त ने अधिकारियों को कहा कि हमें यहीं तक सीमित नहीं रहना है अपितु माइनिंग सेक्टर को और अधिक उंचाइयों पर ले जाना है। उन्होंने कहा, अधिकारियों को फील्ड में अधिक सक्रिया रहना होगा ताकि अवैध खनन, परिवहन व भण्डारण गतिविधियों को प्रभावी तरीके से रोक कर राजकीय राजस्व में होने वाली छीजत को रोका जा सके। उन्होंने राजस्व लक्ष्यों की शतप्रतिशत वसूली सुनिश्चित करने और नवाचारों को प्रोत्साहित करने को कहा। उन्होंने मिनरल ब्लॉकों की तैयारी से लेकर ऑक्शन प्रक्रिया तक की विस्तार से जानकारी प्राप्त की।

अतिरक्त निदेशक   महावीर प्रसाद मीणा ने विस्तार से विभागीय प्रगति की जानकारी दी। एसएमई मेजर   सतीश आर्य और एसएमई माइनर  कमलेश्वर बारेगामा ने मेजर व माइनर मिनरल्स के ब्लॉक व प्लॉट तैयारी, डेलिनिएशन व अन्य जानकारी दी।

अतिरिक्त निदेशक भूविज्ञान व मुख्य कार्यकारी आरएसएमईटी   एनपी सिंह ने आरमेट की गतिविधियों से अवगत कराया। एसजी   राजकुमार मीणा ने बीडिंग प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी। बैठक में ओएसडी   कृष्ण शर्मा, एसजी  सुनील कुमार वर्मा सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

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