सम्यक् दर्शन ही मोक्ष मार्ग की प्रथम सीढी हैं : सम्राट शास्त्री

Update: 2025-06-04 09:41 GMT
सम्यक् दर्शन ही मोक्ष मार्ग की प्रथम सीढी हैं : सम्राट शास्त्री
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उदयपुर ।  दिगम्बर जैन श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर एवम दिगम्बर जैन धर्म प्रभावना समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित सम्यक ज्ञान शिक्षण शिविर के पांचवे दिन हजारों की संख्या में उदयपुर जिले के सभी मन्दिर में अबाल, वृद्ध, महिला श्रावक-श्राविकाएं भाग ले रही है। आचार्य शांति सागर, विद्या सागर, वर्धमान सागर, सुनीलसागर, समयसागर, पुण्य सागर, अर्पित सागर एवम निर्यापक श्रमण मुनि पुंगव सुधासागर महाराज की मंगल प्रेरणा से आयोजित सम्यक् ज्ञान शिक्षण शिविर 2025 में प्रतिदिन धर्म ज्ञान की गंगा बह रही है। जिसमें हजारों श्रावक-श्राविकाएं इसका रसपान कर रहे है।

शिविर प्रभारी सम्राट शास्त्री ने बताया कि आचार्य अमोघ वर्ष महाराज द्वारा रचित ग्रन्थ का स्वाध्याय मंदिरों मे चल रहा है जिसमें आचार्य भगवंत बता रहे अंधा कौन? जो निंदनीय कार्य मे लगा हुआ है। गूंगा कौन? जो समय पाकर मीठा नही बोलता, बहरा कौन? जो अपने हित की बात नही सुनता, गौरव क्या जो किसी से याचना नही करता आदि नीति वाक्य सीख रहे है।

आचार्य पूज्य पाद स्वामी के ग्रन्थ में शास्त्री ने बताया कि योग्य निमित्त के मिलने से ही जीव कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है। ब्र. यश भैया ने गुणस्थान विवेचन में बताया कि मिथ्यात्व से निकल कर सम्यक् दर्शन की प्राप्ति करना है। सम्यक् दर्शन ही मोक्ष मार्ग की प्रथम सीढी हैं। धर्म प्रभावना समिति से कुंथू कुमार गणपतोत ने बताया कि शिविर बहुत अच्छे से संचालित हो रहे हैं, इनका उद्देशय बच्चो की जीवन की नींव संस्कारित करना है।

महेंद्र टाया और पारस सिंघवी ने बताया कि सुधासागर महाराज के मंगल आशीर्वाद से पूरे भारत मे 1500 स्थानों पर शिविर संचालित हो रहे है। जिनेन्द्र गांगावत और शशि कांत शाह ने बताया कि इस शिविर मे सांगानेर जयपुर संस्थान की महत्व पूर्ण भूमिका होती हैं। पूज्य गुरुदेव सुधासागर महाराज के मंगल आशीष से इस संस्था की स्थापना हुई थी जिससे प्रति वर्ष सेकड़ो बिद्वानं तैयार किय जाते है।

प्रकाश अखावत ने बताया कि उदयपुर जिले के 24 मंदिरों मे सभी जगह अल्पाहार और भोजन तक की व्यवस्था सुचारु रूप से की गई है। शिविर में बच्चे धर्म को जानने के लिए बहुत जिज्ञासु है तथा कक्षा में आने के लिए स्वयं उत्साहित हैं। नेमि चन्द्र पटवारी और सुमित प्रकाश पटवारी ने बताया कि निम्बाहेड़ा, कूण, लसाडिय़ा, फतहनगर, भींडर, देबारी, देवाली, कानपुर, बेदला, लकड़वास आदी अनेक स्थानों के साथ उदयपुर शहर जी विभिन्न मुख्य मंदिरो मे शिविर संचालित हो रहे हैं।

इस शिविर मे मुख्य सहयोग कवरीलाल, अशोक, सुरेश विमल पाटनी परिवार आर के मार्बल का रहा। इस अवसर पर डॉ श्याम एस सिंघवी,अशोक गोधा, प्रमोद चौधरी, प्रमोद ठोलिया, राजेश टाया, भरत गांगवत, केतन गांगवत, प्रणीत जैन, जिनेन्द्र मेडि सेंटर, रमेश वैद् , संपत गणपतोत, अर्चना जैन, सुशीला, निकिता, सुनीता, बबिता, संगीता, ज्योति, सुधा, प्रेरणा, सोनू, इंद्रा जैन आदि मौजूद रहे।  

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