एक दिवसीय सेमिनार का हुआ आयोजन

उदयपुर, । अन्तर्राष्ट्रीय सामाजिक संस्था जैन इन्टरनेशनल ट्रेड आर्गेनाईजेशन (जीतो) उदयपुर द्वारा 100 फीट रोड स्थित रॉयल हिस्टोरिया के सभागार में वोकल फॉर लोकल विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन भारत सरकार के राष्ट्रीय व्यापारिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष सुनील सिंघी के मुख्य अतिथ्य व सकल जैन समाज के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। जिसमें उदयपुर विधायक ताराचंद जैन, उदयपुर जिलाधीश नमित मेहता बतौर विशिष्ठ अतिथि के रूप में मौजूद रहे।
मुख्य अतिथि सिंघी ने अपने उद्बोधन में कहा कि हमारा देश प्रतिभाओं की भूमि, कारीगरों की कला, छोटे उद्योगों की शक्ति और युवाओं के सपनों की उड़ान है। वोकल फॉर लोकल का तात्पर्य केवल भारतीय उत्पाद खरीदना ही नहीं है बल्कि यह एक आंदोलन है-अपने देश की मेहनत, अपने लोगों के परिश्रम, और अपनी मिट्टी में बनी वस्तुओं को प्राथमिकता देने का आंदोलन। जब हम एक स्थानीय उत्पाद खरीदते हैं, तो हम एक किसान, एक बुनकर, या एक कारीगर का समर्थन करते हैं। "वोकल फॉर लोकल" कोई नारा नहीं, यह एक राष्ट्रीय जागरूकता है, यह आत्मनिर्भर भारत की आधारशिला है। व्यापारिक समुदाय इस आंदोलन का अग्रणी स्तंभ है। आज जरूरत है कि हर व्यापारी, हर दुकानदार, हर ग्राहक को यह समझाया जाए कि "स्थानीय उत्पाद खरीदना, राष्ट्रसेवा करना है।" हमारी दुकानों में, हमारे मॉल्स में, हमारे ऑनलाइन प्लेटफॉम्र्स पर, "मेड इन इंडिया" की पहचान को गर्व के साथ प्रदर्शित किया जाए। स्थानीय मतलब छोटा नहीं स्थानीय मतलब सशक्त। खादी, हथकरघा, आयुर्वेद, एमएसएमई, आदिवासी कला, टेक्नोलॉजी स्टार्टअप — सब मिलकर एक आत्मनिर्भर भारत की नींव रख सकते हैं।
"वोकल फॉर लोकल" का नारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 मई 2020 को देश को संबोधित करते हुए दिया था। यह नारा कोविड-19 महामारी के दौरान दिया गया था, जब प्रधानमंत्री ने "आत्मनिर्भर भारत अभियान की घोषणा की थी। अपने संबोधन में उन्होंने देशवासियों से अपील की थी कि वे स्थानीय उत्पादों को अपनाएं, उनका प्रचार करें और उन्हें वैश्विक पहचान दिलाएं। उन्होंने कहा "आज समय की माँग है कि हर देशवासी लोकल के लिए वोकल बने।" भारतीय उत्पादों और उद्योगों को बढ़ावा देना, रोजगार को प्रोत्साहन देना, विदेशी निर्भरता को कम करना, और भारत को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना। यह नारा आज एक राष्ट्रीय अभियान बन चुका है, जिसे व्यापारी, उद्यमी, युवा, और नागरिक मिलकर आगे बढ़ा रहे हैं।
वोकल फॉर लोकल अभियान को आगे बढ़ाने का दायित्व मुझे यशस्वी प्रधानमंत्री ने भारत सरकार के व्यापारिक कल्याण बोर्ड का चेयरमैन बनाकर दिया था। उसी के अन्तर्गत श्रीनगर से कन्या कुमारी तक असम से गुजरात तक में अब तक 350 से अधिक सेमिनार कर चुका हूं। इसी श्रृंखला में आज झीलों की नगरी उदयपुर में आना हुआ है।
उदयपुर भारत का कश्मीर है और पर्यटन के रूप में विश्व प्रसिद्ध पहचान बना चुका है अत: जिलाधीश महोदय को सुझाव दिया कि यहां के लोकल उत्पाद के लिए हाट बाजार लगाने का चितंन करना चाहिए। जिससे आने वाले पर्यटकों को लोकल उत्पाद खरीदने में आसानी हो सके। साथ ही इन्दौर की तरह उदयपुर को स्वच्छता में जनजागरण की आवश्यकता है। इस पर सेमिनार अध्यक्षता कर रहे सकल जैन समाज के अध्यक्ष राजकुमार फत्तावत ने कहां कि उदयपुर का जैन समाज प्रशासन के साथ मिलकर स्वच्छ भारत अभियान के जन जागरण का कार्य हाथ में लेगा।
इस अवसर पर जिलाधीश नमित मेहता, उदयपुर विधायक ताराचंद जैन ने भी सम्बोधित किया। साथ ही खचाखच भरे सभागार में उपस्थित सभी प्रतिनिधियों को वोकल फॉर लोकल की शपथ दिलाई गई।
सेमिनार का शुभारंभ नमस्कार महामंत्र के सामूहिक मंगलाचरण व जीतो उदयपुर के अध्यक्ष यशवंत आंचलिया द्वारा स्वागत उद्बोधन तथा आभार संयोजक अरूण माण्डोत द्वारा ज्ञापित किया गया। कार्यक्रम का संचालन मुख्य सचिव अभिषेक संचेती द्वारा किया गया।
इस अवसर पर जीतो एपेक्स सचिव महावीर चपलोत, परामर्शक नरेन्द्र सिंघवी, महावीर युवा मंच संस्थान के अध्यक्ष अशोक कोठारी, बीजेएस अध्यक्ष दीपक सिंघवी, जेजेसी कार्यकारी अध्यक्ष नितिन लोढ़ा, मार्बल प्रोसेर्स अध्यक्ष कपिल सुराणा, उदयपुर चेम्बर कॉमर्स के अध्यक्ष मनीष गलूंडिया, सीए एसोशिएशन के अध्यक्ष राहुल माहेश्वरी, जेएसजी मेवाड़ रीजन के अध्यक्ष अरूण माण्डोत, जीतो युथ विंग के अध्यक्ष दिव्यद दोषी, लेडिज विंग मुख्य सचिव ऋतु मारू, युवक संघ के प्रकाश बोल्या, मूर्तिपूजक समाज के अध्यक्ष डॉ. शेलेन्द्र हिरण, पूर्व पार्षद नानालाल वया सहित कई वरिष्ठजन मौजूद रहे।