युडीए ने सिक्युरिटी एफडीआर में जालसाजी पकड़ी, 5 फर्मों को नोटिस और 1.91 करोड़ रूपए जब्त

Update: 2025-12-16 13:52 GMT


उदयपुर, । उदयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यों एवं ठेकेदारों के पंजीकरण से जुड़ी प्रक्रियाओं में गंभीर वित्तीय अनियमितता का मामला सामने आया है। जांच में खुलासा हुआ है कि कुछ संवेदक/ठेकेदार फर्मों ने निविदा प्रक्रिया के तहत सिक्योरिटी राशि के रूप में मूल एफडीआर के स्थान पर रंगीन फोटोकॉपी जमा कराई और बिना प्राधिकरण की लिखित अनुमति अथवा अनापत्ति प्रमाण पत्र के संबंधित बैंक से मूल एफडीआर को निर्धारित अवधि से पहले ही भुना लिया। प्रारंभिक पड़ताल में गंभीर अनियमितता सामने आने पर युडीए ने 5 फर्मों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराया है। साथ ही 1.91 करोड़ की सिक्युरिटी एफडीआर जब्त कर ली हैं।

उदयपुर विकास प्राधिकरण के आयुक्त राहुल जैन ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा युनियन बैंक ऑफ इंडिया न्यू फतेहपुरा शाखा, उदयपुर से कराए गए सत्यापन में यह तथ्य सामने आया कि मैसर्स अलीफ कंस्ट्रक्शन, मैंसर्स फैज कंस्ट्रक्शन, मैसर्स हनफी कंस्ट्रक्शन, मैसर्स मीरा कंस्ट्रक्शन तथा मैसर्स उमैर कंस्ट्रक्शन द्वारा इस प्रकार की कुल 23 एफडीआर समयपूर्व भुना ली गईं। यह कृत्य प्राधिकरण को आर्थिक क्षति पहुंचाने के उद्देश्य से किया गया पाया गया। प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए संबंधित फर्मों के विरुद्ध थाना अंबामाता, उदयपुर में धोखाधड़ी, जालसाजी एवं आपराधिक षड्यंत्र के आरोपों में मामला दर्ज कराया गया है। इसके साथ ही प्राधिकरण ने संबंधित संवेदकों के साथ किए गए सभी अनुबंध एवं कार्यादेश निरस्त कर दिए हैं तथा नियमानुसार विभागीय कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है।

  जैन ने बताया कि प्रकरण में जारी नोटिसों के बाद संवेदकों ने गबन छुपाने के इरादे से पूर्व में भुनाई गई समस्त एफडीआर राशि को पुनः बैंक में नई एफडीआर के रूप में जमा कराया गया, जिसे बैंक द्वारा प्राधिकरण के समक्ष प्रस्तुत किया गया। युडीए ने कड़ा रुख अपनाते हुए इन नई एफडीआर की कुल राशि 1 करोड़ 91 लाख 86 हजार 200 को जब्त कर लिया है। प्रकरण की विस्तृत जांच जारी है तथा दोषी पाए जाने वाले संवेदकों के विरुद्ध नियमानुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

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