उदयपुर, । राज्य सरकार के कार्यकाल के 2 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में चल रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में मंगलवार से जिले भर में समस्या समाधान सेवा शिविर प्रारंभ हुए। नगर निकाय तथा गिरदावर सर्कल स्तर पर आयोजित शिविरों में आमजन की समस्याओं का हाथों हाथ निस्तारण किया गया। जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने शिविर स्थलों पर पहुंच कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। साथ ही आमजन को लाभ वितरण भी किए।
उदयपुर विकास प्राधिकरण में मंगलवार को शहरी समस्या समाधान सेवा शिविर आयोजित हुआ। उदयपुर ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, संभागीय आयुक्त प्रज्ञा केवलरमानी, जिला कलक्टर नमित मेहता ने शिविर का निरीक्षण किया। इस दौरान यूडीए आयुक्त राहुल जैन, यूडीए सचिव हेमेन्द्र नागर, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) जितेन्द्र औझा, यूडीए के समस्त जॉन उपायुक्त, तहसीलदार, नगर नियोजक भी उपस्थित रहे। विधायक एवं अधिकारीगण द्वारा कैम्प में उपस्थित आमजन से संवाद किया गया एवं शिविर में प्रत्येक काउन्टर का निरीक्षण कर प्राप्त होने वाले परिवादों के निस्तारण की प्रक्रिया के सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। कैम्प में सेवाएं प्रदान कर रहे अधिकारी/कर्मचारियों को आमजन से प्राप्त होने वाले परिवादों का यथाशीघ्र निस्तारण कर आमजन को राहत प्रदान करने के निर्देश दिये। शिविर में 36 पट्टे एवं 37 फ्री होल्ड के पट्टे जारी किए गए। भवन मानचित्र के 5 प्रकरण, नाम हस्तांतरण के 84, भू-खण्ड के उप विभाजन पुनर्गठन का एक तथा आवंटन पत्र के एक प्रकरण का निस्तारण किया गया।
सफलता की कहानी
हाथों हाथ मिले पट्टे
नगर पालिका मावली की ओर से आयोजित शहरी समस्या समाधान शिविर में लाभार्थियों को हाथों हाथ पट्टे जारी किए गए। मावली निवासी उत्तम कुमार शियाल पुत्र मीठालाल शियाल ने शिविर में घर के पट्टे के लिए आवेदन किया। नगरपालिका प्रशासक मावली एसडीएम रमेश सिरवी ने सभी प्रक्रिया पूर्ण करा पट्टा प्रदान किया। लाभार्थी ने बताया कि सरकार द्वारा चलाये जा रहे शहरी समस्या समाधान शिविर में पट्टे की राशि में छूट भी प्राप्त हुई, जिससे वह काफी खुश है। लाभार्थी ने राजस्थान सरकार तथा प्रशासन का धन्यवाद ज्ञापित किया।
जमाबंदी में शुद्धिकरण से मिली राहत
पंचायत समिति झाड़ोल के भू-अभिलेख निरीक्षक वृत्त मगवास में ग्रामीण समस्या समाधान शिविर हुआ। इसमें एक काश्तकार की जमाबंदी में शुद्धिकरण कर राहत प्रदान की गई। प्रकरण के अनुसार प्रार्थी भंवरलाल पिता मोहन ने प्रार्थना पत्र में बताया कि वह ग्राम ओडा निवासी होकर राजस्व ग्राम कालीगार में स्थित भूमि में जाति भील दर्ज थी जबकि उनकी जाति गुर्जर है। शिविर में मौके पर ही सम्बंधित भू अभिलेख निरीक्षक मगवास एवं पटवारी ओडा द्वारा जाँच करने पर पाया गया कि उनकी जमाबंदी 78 में भील दर्ज है जबकि पुरानी जमाबंदी में 2071-74 जाति गुर्जर दर्ज है। शिविर में शुद्धि पत्र के साथ शुद्धि हेतु निर्धारित प्रकिया द्वारा जाति सुधार कर शिविर प्रभारी तहसीलदार सीताराम खटीक ने पुनः जाति गुर्जर का आदेश जारी कर नामान्तरण की प्रक्रिया पूर्ण कराई। एसडीएम कपिल कोठारी की उपस्थिति में लाभार्थी को शुद्धि पत्र प्रदान किया।