आयड़ तीर्थ में 110 आयंबिल तप की तपस्या करने वाले तपस्वियों का सामूहिक पारणा बुधवार को
उदयपुर BHN. तपागच्छ की उद्गम स्थली आयड़ जैन मंदिर में श्री जैन श्वेताम्बर महासभा के तत्वावधान में कलापूर्ण सूरी समुदाय की साध्वी जयदर्शिता श्रीजी, जिनरसा श्रीजी, जिनदर्शिता श्रीजी व जिनमुद्रा श्रीजी महाराज आदि ठाणा की निश्रा में मंगलवार को श्रद्धा एवं परम्परा अनुसार नवपद ओली का समापन हुआ। तपस्वियों का सामूहिक पारणे एवं सम्मान समारोह बुधवार को आयोजित होगा।
महासभा के महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि हर वर्ष चैत्र (मार्च/अप्रैल) और अश्विन (अक्टूबर/नवंबर) माह की पूर्णिमा से लेकर चंद्र मास की सप्तमी तिथि के बीच नवपद ओली आयोजित होती है। इस वर्ष भी साध्वी जयदर्शिता की निश्रा में आयोजित नवपद ओली में 110 श्रावक-श्राविकाओं ने यह तपस्या की। इस तपस्या में जैन धर्मावलंबी नो दिवसीय आयंबिल तप की तपस्या के दौरान दिन में एक बार भोजन करते हैं इस दौरान उबला हुआ पानी पीते हैं, और बिना दूध, दही, घी, तेल, चीनी/गुड़ के पकाए गए खाद्य पदार्थों और तले हुए खाद्य पदार्थों से परहेज करते हुए बनाया गया भोजन का ही तपस्वी आहार करते है। नो दिन की इस तपस्या के दौरान तपस्वियों ने नवपद, सिद्धचक्र आराधना के सम्मान में पूजा, पवित्र पाठ, ध्यान और अन्य अनुष्ठान किए गए।
महामंत्री कुलदीप नाहर ने बताया कि 110 आयंबिल तप की तपस्या करने वाले तपस्वियों का सामूहिक पारणा आयड़ तीर्थ पर बुधवार को होगा। इस दौरान महासभा की ओर से तपस्वियों का बहुमान भी किया जाएगा। साध्वी श्री ने अपने प्रवचन में नव पद ओली की महत्वता पर विस्तार से प्रकाश डाला। आयम्बील तप के लाभार्थी स्व. मनोहर लाल, स्व. ललित की स्मृति में सौरमबाई, विमला, अभिषेक-रुचि, अखिलेश-नितिका हरिधी, गर्वित, रिद्धवी मेहता परिवार द्वारा सभी का सामूहिक पारणा कराया जाएगा।
इस अवसर पर कुलदीप नाहर, संजय खाब्या, भोपाल सिंह नाहर, अशोक जैन, प्रदीप सिरोया अंकुर मुर्डिया, पिन्टू चौधरी, हर्ष खाब्या, गजेन्द्र खाब्या, नरेन्द्र सिरोया, राजू पंजाबी, रमेश मारू, सुनील पारख, पारस पोखरना, राजेन्द्र जवेरिया, प्रकाश नागौरी, दिनेश बापना, भोपाल सिंह परमार, सतीश कच्छारा, चतर सिंह पामेचा, राजेन्द्र जवेरिया, अभय नलवाया, कैलाश मुर्डिया, गोवर्धन सिंह बोल्या, दिनेश भंडारी, रविन्द्र बापना, चिमनलाल गांधी, प्रद्योत महात्मा, रमेश सिरोया, कुलदीप मेहता आदि मौजूद रहे।