गमेर बाग धाम में 9 दिवसीय पार्श्व पद्मावती महामंडल विधान के साथ जैन डांडिया महोत्सव का आयोजन

Update: 2024-10-07 09:43 GMT

उदयपुर ।  गोवर्धन विलास हिरण मगरी सेक्टर 14 स्थित गमेर बाग धाम में श्री दिगम्बर जैन दशा नागदा समाज चेरिटेबल ट्रस्ट एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में गणधराचार्य कुंथुसागर गुरुदेव के शिष्य बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज, मुनि उत्कर्ष कीर्ति महाराज, क्षुल्लक सुप्रभात सागर महाराज के सान्निध्य में प्रतिदिन वर्षावास के आयोजन की धूम जारी है।

चातुर्मास समिति के महावीर देवड़ा, दिनेश वेलावत व कमलेश वेलावत एवं जैन युवा परिषद उदयपुर युवा परिषद के अध्यक्ष रविश मुण्डलिया ने बताया कि गमेर बाग धाम में बालयोगी युवासंत मुनि श्रुतधरनन्दी महाराज ससंघ के सानिध्य में 9 दिवसीय भव्य नवरात्रि पार्श्व पद्मावती महामंडल विधान, पद्मावती माता की गोद भराई एवं गरबा महोत्सव के तहत सोमवार को सुबह 6 बजे चैत्यालय जी की प्रतिमा का पंचामृत अभिषेक, महाशांतिधारा एवं ध्वजा रोहण कार्यक्रम का आयोजन हुआ। उसके बाद मुनिश्री के प्रवचन, सकलीकरण मण्डप प्रतिष्ठा, इन्द्र प्रतिष्ठा, अंकुरारोपण, श्रीजी को मण्डल में विराजमान कर विधान की पूजा शुरू की गई। उसके बाद दोपहर 2 बजे से पद्मावती माता की गोद भाराई का कार्यक्रम आयोजित हुआ। उसके बाद शाम को 7 बजे आनन्द यात्रा एवं आरती का आयोजन हुआ। उसके बाद सभी श्रावक-श्राविकाओं द्वारा गरबा खेला गया। डांडिया महोत्सव के दौरान विजेता प्रतिभागियों को प्रथम, द्वितीय व तृतीय पुरस्कार के साथ-साथ सांत्वना पुरस्कार भी प्रदान किए गए।

सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, महामंत्री सुरेश पद्मावत व चातुर्मास समिति के विजयलाल वेलावत व हेमेन्द्र वेलावत ने संयुक्त रूप से बताया कि इस दौरान आयोजित धर्मसभा में बालयोगी युवा संत श्रुतधरनंदी महाराज ने कहा कि धर्म के प्रति श्रद्धा का जागरण नहीं होने पर मानव जन्म सार्थक नहीं हो सकता। इस बार चूक गए तो पता नहीं फिर कब मौका मिलेगा। आगमकारों ने कहा है कि समय का बिल्कुल प्रमाद मत करों। शरीर की ताकत तो समाप्त हो रही है समय की ताकत के सामने किसी की नहीं चलने वाली है। समय का संबल लेने वाला ही आगे के सुख की तैयारी करता है। उन्होंने कहा कि प्रमादी को चारों दिशाओं से खतरा होता है। समय का सुदपयोग करने पर ही इस खतरे को कम किया जा सकता है। यदि 100 में से एक कदम नहीं चल पाए तो 99 कदम बेकार हो जाते है।

चातुर्मास समिति के महावीर देवड़ा, पुष्कर जैन भदावत, दिनेश वेलावत व कमलेश वेलावत ने बताया सोमवार को बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज के सान्निध्य में श्रावक-श्राविकाओं ने गमेर बाग धाम में बिराजित मूलनायक भगवान की नित्य नियम पूजा-अर्चना की। उसके बाद पंचामृत अभिषेक एवं शांतिधारा की। वहीं कई श्रावक-श्राविकाओं ने मुनि संघ से आशीर्वाद लिया। चातुर्मास समिति के भंवरलाल गदावत ने बताया कि मुनिश्री का पाद प्रक्षालन, दीप प्रज्जवलन, धर्मसभा के पूर्व शंतिधारा, अभिषेक, शास्त्र भेंट, चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्वलन जैसे मांगलिक आयोजन हुए। शाम को सभी श्रावक-श्राविकाओं ने मुनि संघ की आरती की।

इस अवसर पर अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, विजयलाल वेलावत, पुष्कर जैन भदावत, महावीर देवड़ा, दिनेश वेलावत, कमलेश वेलावत, भंवरलाल गदावत, सुरेश पद्मावत, देवेन्द्र छाप्या, ऋषभ कुमार जैन, भंवरलाल देवड़ा, मंजु गदावत, लक्ष्मी देवड़ा, सीता देवड़ा, जयश्री देवड़ा, अल्का भदावत, लक्ष्मी सिंघवी, सुशीला वेलावत, बसन्ती वेलावत, भारती वेलावत, शिल्पा वेलावत, अल्पा वेलावत सहित सकल जैन समाज के सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।

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