200 कलाकारों ने प्रस्तुत किया पूर्वोत्तर संस्कृतियों का अनोखा संगम

Update: 2025-10-11 17:53 GMT

उदयपुर / नागपुर,महाराष्ट्र के रसिक दर्शकों को पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध और विशिष्ट संस्कृति का अनुभव कराने के उद्देश्य से पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर एवं दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र (SCZCC) के संयुक्त तत्वावधान में नागपुर में आयोजित ऑक्टेव महोत्सव के तीसरे दिन पूर्वोत्तर राज्यों से आए लगभग 200 कलाकारों ने सामूहिक नृत्य (फ्यूजन) के माध्यम से अपनी विविध सांस्कृतिक झलक पेश की। इस अद्वितीय प्रस्तुति ने दर्शकों को पूर्वोत्तर की संस्कृति का समग्र अनुभव कराया और कार्यक्रम के अंत में पूरा प्रेक्षागृह तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

भारत सरकार के सांस्कृतिक मंत्रालय के मार्गदर्शन में पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, उदयपुर तथा दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल – ऑक्टेव का शनिवार को तीसरा दिन था। यह महोत्सव दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र परिसर में चल रहा है और इसका समापन रविवार, 12 अक्टूबर को सायं 6 बजे होगा।

शनिवार के कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि के रूप में पुलिस आयुक्त डॉ. रविंद्र सिंगल, राज्य सरकार की प्रधान सचिव श्रीमती विनीता सिंगल, सीबीआई के उपनिदेशक हृषीकेश सोनवणे, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के सहायक निदेशक दुर्गेश चांदवानी तथा द. म. क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के माजी निदेशक डॉ. दीपक खिरवडकर उपस्थित थे। सभी अतिथियों का स्वागत केंद्र की निदेशक डॉ. आस्था कार्लेकर ने किया।

कलाकारों ने ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की भावना पर आधारित विविध नृत्य शैलियों के माध्यम से पूर्वोत्तर की संस्कृति की झलक प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मणिपुरी रास लीला का मनमोहक नृत्य डॉ. सिनम बासु सिंह और उनके दल ने पेश किया, जिसमें आकर्षक वेशभूषा, सुगठित पदलालित्य और मधुर संगीत का अद्भुत संगम था। इसके बाद असम राज्य की सत्रिया नृत्य शैली का शानदार प्रदर्शन डिंपल सेतिया और उनकी टीम ने किया, जिसे दर्शकों ने भरपूर सराहा। यह नृत्य मुख्यतः असम के वैष्णव मठों में लोकप्रिय है।

कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि मणिपुरी रास में जहाँ भगवान श्रीकृष्ण की गोपियों संग रास लीला प्रस्तुत की गई, वहीं सत्रिया नृत्य में कृष्ण की बाल लीलाओं का सुंदर चित्रण किया गया।

इन नृत्य प्रस्तुतियों की कोरियोग्राफी तरुण प्रधान के मार्गदर्शन में अनम महतो और अभिलाष सरकार ने उत्कृष्ट रूप से तैयार की। कार्यक्रम का संचालन किशोर गलांडे और मोहिता दीक्षित ने किया।

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