8 दिवसीय मेवाड़ आंचलिक स्तरीय आवासीय शिविर ‘परिवर्धनम्’ का शुभारंभ 8 से

Update: 2025-06-07 12:00 GMT
8 दिवसीय मेवाड़ आंचलिक स्तरीय आवासीय शिविर ‘परिवर्धनम्’ का शुभारंभ 8 से
  • whatsapp icon

उदयपुर। साधुमार्गी जैन संघ, उदयपुर द्वारा आयोजित 8 दिवसीय मेवाड़ आंचलिक स्तरीय आवासीय शिविर ‘परिवर्धनम्’ का शुभारंभ 8 जून 2025 से होने जा रहा है। यह शिविर 15 जून 2025 तक उदयपुर के महावीर विधा मंदिर, हिरण मगरी सेक्टर-13 में आयोजित किया जाएगा। पूरे मेवाड़ क्षेत्र से प्रतिभागियों का उदयपुर पहुँचना प्रारंभ हो चुका है और शिविर में 350 से अधिक बालक-बालिकाओं की सहभागिता सुनिश्चित हो चुकी है। निर्धारित समयसीमा के अंतर्गत रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूर्ण कर ली गई है। शनिवार को तैयारियों को लेकर अंतिम रूप दिया गया।

यह विशेष शिविर जैन आचार्य रामेश के आज्ञानुवर्ती संतों एवं महासती के सुसान्निध्य में संपन्न होगा। शिविर में 10 से 30 वर्ष की आयु वर्ग के अविवाहित बालक-बालिकाएं भाग लेंगे। शिविर का मूल उद्देश्य बच्चों के ग्रीष्मावकाश का सार्थक एवं आध्यात्मिक उपयोग कर उन्हें संस्कारित एवं आत्मनिर्भर बनाना है। शिविर का नाम ‘परिवर्धनम्’ स्वयं इस उद्देश्य को दर्शाता है - यानी सर्वांगीण विकास।

इस शिविर में भाग लेने वाले बच्चों को शासन दीपक मनीष मुनि, प्रणत मुनि सहित साध्वी मंडल का दिव्य सानिध्य प्राप्त होगा। उनके मार्गदर्शन में बच्चों को आत्मिक, नैतिक और व्यवहारिक जीवन के मूल्यों की शिक्षा दी जाएगी। साथ ही प्रशिक्षित शिक्षकों द्वारा बच्चों को विभिन्न विषयों पर अध्ययन और प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। शिविर में संस्कार, प्रभु भक्ति, ध्यान साधना, जीवन निर्माण, आत्मचिंतन, सामायिक, सामूहिक आराधना, योग, अनुशासन, सामाजिक व्यवहार जैसे अनेक सत्रों का समावेश किया गया है, जिससे बच्चों का शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक विकास सुनिश्चित किया जा सके। शिविर की पवित्रता एवं उद्देश्य की पूर्ति हेतु विशेष नियमावली लागू की गई है। प्रतिभागियों के लिए मोबाइल फोन का पूर्ण त्याग, रात्रि भोजन का त्याग तथा प्रतिदिन पाँच सामायिक करना अनिवार्य रहेगा। इन नियमों का पालन करते हुए प्रतिभागी शिविर की सात्विक एवं अनुशासित दिनचर्या का अनुसरण करेंगे।

इस आवासीय शिविर हेतु साधुमार्गी जैन संघ, उदयपुर द्वारा प्रतिभागियों के रहने, भोजन, साधन एवं संपूर्ण व्यवस्थाओं को सुनियोजित रूप से तैयार किया गया है। प्रतिभागियों को 8 दिनों तक घर से दूर एक संपूर्ण आध्यात्मिक वातावरण में रखा जाएगा, जहां वे आत्म निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाएँगे। शिविर स्थल को आध्यात्मिक केंद्र के रूप में परिवर्तित कर दिया गया है, जहाँ हर आयाम में ध्यानपूर्वक संयोजन किया गया है।

साधुमार्गी जैन संघ अध्यक्ष सागर गोलछा ने बताया कि यह शिविर देश के कुछ चुनिंदा शहरों में एक साथ आयोजित किया जा रहा है। यह शिविर ‘अभिमोक्षम’ वर्ल्ड रिकॉर्ड शिविर की तर्ज पर संचालित किया जाएगा, जिसमें हजारों बालक-बालिकाएं एक ही समय पर आध्यात्मिक साधना में लीन रहेंगे। यह आयोजन न केवल संघ की कार्यक्षमता का प्रतीक है, बल्कि समाज निर्माण में संघ की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।

शिविर की सफलता के लिए साधुमार्गी जैन संघ, समता महिला समिति, समता युवा संघ, समता बहु मंडल तथा संघ के समर्पित पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता दिन-रात सेवा भाव से कार्य कर रहे हैं। समग्र मेवाड़ क्षेत्र के गाँव-गाँव से आने वाले प्रतिभागियों का स्वागत व व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने हेतु संघ पूरी निष्ठा एवं समर्पण से कार्य कर रहा है। यह शिविर निश्चित रूप से मेवाड़ के बालक-बालिकाओं के जीवन में एक आध्यात्मिक परिवर्तन एवं गहन संस्कारों की बुनियाद रखेगा। ‘परिवर्धनम्’ न केवल एक शिविर है, बल्कि एक दिशा है - संस्कार, अनुशासन, श्रद्धा और आत्म विकास की।

Tags:    

Similar News