जिला प्रमुख ने “तेरे-मेरे सपने” विवाह पूर्व संवाद केन्द्र का किया शुभारंभ

By :  vijay
Update: 2025-03-08 15:02 GMT

 

उदयपुर  । अंतर्राष्ट्रीय महिला हिवस 2025 के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय महिला आयोग, नई-दिल्ली के मार्गदर्शन में पारिवारिक समृद्धि को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए शनिवार को जिला प्रमुख  ममता कुंवर पंवार ने धनलक्ष्मी केन्द्र, पंचायत समिति गिर्वा में विवाह पूर्व संवाद केंद्र का शुभारम्भ किया। इस केंद्र का उदेश्य वैवाहिक जीवन से जुड़े भावनात्मक, मनोवैज्ञनिक और सामाजिक पहलुओं के प्रति मार्गदर्शन प्रदान करना है, ताकि दाम्पत्य जीवन अधिक स्वस्थ, खुशहाल और संतुलित बन सके। केन्द्र पर सेवाऐं निःशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी, राष्ट्रीय महिला आयोग को प्राप्त होने वाली अधिक शिक्षाएं घरेलू विवादों से संबंधित होती हैं। इन समस्याओं का समाधान करने के लिए राष्ट्रीय महिला आयोग ने यह अनूठी पहल शुरू की है। जैसे खुले संवाद, समुचित निर्णय लेने और विवाह में आपसी सम्मान की संस्कृति को प्रोत्साहन दिया जा सके। पूरे भारतवर्ष में ऐसे तकरीबन 22 केन्द्रों का प्रारंभ हो रहा है। राष्ट्रीय महिला आयोग की माननीया अध्यक्ष ने इस पहल के महत्व पर जोर देते हुए कहाः कि “सफल विवाह केवल रीति-रिवाजों तक सीमित नहीं होता, बल्कि यह समझ, विश्वास और संवाद पर आधारित होता है। ’तेरे मेरे सपने’ युवाओं को आत्मविश्वास और स्पष्टता के साथ वैवाहिक जीवन में प्रवेश करने के लिए आवश्यक साधन प्रदान करेगा।

’तेरे मेरे सपने’ प्री-मैरिटल कम्युनिकेशन सेंटर में प्रशिक्षित परामर्शदाताओं द्वारा संरचित कार्यशालाओं, सेमिनार, वीडियो एवं समूहों में कार्यशालाओं और युवाओं व उनके परिवारों के बीच संवाद सत्रों के माध्यम से विवाह पूर्व शिक्षा प्रदान की जाएगी। यह शिक्षा विवाह एवं रिश्तों में विश्वास एवं समझ विकसित करने में सहायक होगी। यह पहल विवाह से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे कि भावनात्मक बुद्धिमत्ता, वित्तीय प्रबंधन, पारिवारिक अपेक्षाएँ एवं व्यक्तिगत आकांक्षाओं को समझने में सहायता प्रदान करेगी।

यह कार्यक्रम नीति अधिकारी, सामाजिक संगठनों और महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों के सहयोग से संचालित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य घरेलू हिंसा, दुर्व्यवहार और वैवाहिक कलह के मामलों में कमी लाना है, ताकि वैवाहिक जीवन अधिक स्थिर और संतुलित बन सके। ’तेरे मेरे सपने’ केवल एक संवाद की शुरुआत नहीं है-यह एक ऐसे भविष्य की नींव रखने की दिशा में उठाया गया कदम है, जहाँ विवाह आपसी समझ, भावनात्मक शक्ति और साझा सपनों पर आधारित होंगे। कार्यक्रम में संजय जोशी, उप निदेशक, डॉ. गायत्री तिवारी, विशेषज्ञ पारिवारिक परामर्श एवं पोष समिति अध्यक्ष एवं पन्नाधाय सुरक्षा एवं सम्मान केन्द्र से विमला वीरवाल, सुमन वीरवाल, कुलाशा सालवी, एवं अन्य परामर्शदाता उपस्थित थे।

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