दो साल पूरे होने पर जिला स्तरीय पर्यावरण कॉन्क्लेव में पर्यावरण संरक्षण और वायु प्रदूषण रोकथाम का संदेश

Update: 2025-12-18 15:20 GMT


 

उदयपुर । प्रदेश के मुख्यमंत्री   भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित हो रहे कार्यक्रमों के तहत तथा राष्ट्रीय पहल “लाइफ स्टाइल फॉर एनवायरमेंट 2025” के अन्तर्गत क्षेत्रीय कार्यालय, राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा गुरुवार को सूचना केन्द्र में जिला स्तरीय पर्यावरण कॉन्क्लेव का आयोजन हुआ। आमजन, विशेषकर विद्यार्थियों और औद्योगिक इकाइयों को पर्यावरण प्रदूषण की चुनौतियों और उनके समाधान के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित इस कॉन्क्लेव में शहर के निजी एवं सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों तथा विभिन्न औद्योगिक, मेडिकल और हेल्थ क्षेत्र की इकाइयों की सक्रिय भागीदारी रही। कॉन्क्लेव का शुभारंभ उप वन संरक्षक मुकेश सैनी ने किया।

आरएसपीसीबी के क्षेत्रीय अधिकारी शरद सक्सेना ने बताया कि कार्यक्रम में माउंट लिटेरा जी स्कूल, सेंट एंथनी स्कूल, एमएमपीएस स्कूल, स्टेप बाय स्टेप स्कूल, नेताजी सुभाष चंद्र बोस विद्यालय (लियो का गुड़ा) सहित अनेक विद्यालयों ने विज्ञान मॉडल प्रदर्शित कर वर्तमान पर्यावरणीय समस्याओं और उनके संभावित निवारण को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया। औद्योगिक एवं संस्थागत सहभागिता के अंतर्गत मैसर्स री-सस्टेनेबिलिटी (रामकी), एन-विजन एनवायरो इंजीनियर्स प्रा. लि., हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड (वेदांता), रिलायंस केमोटैक्स लि., उदयपुर सीमेंट वर्क्स लि., वीएनबीसी एनवायरमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रा. लि. सहित अन्य इकाइयों द्वारा उच्छिष्ट उपचार संयंत्र, मलजल उपचार संयंत्र, सी एंड डी वेस्ट प्रबंधन तथा बायोमेडिकल एवं हेजार्डस वेस्ट के वैज्ञानिक निस्तारण पर आधारित प्रदर्शनी लगाई गई। इस अवसर पर वेदिक परंपरा के अनुरूप हवन का आयोजन भी किया गया, जिसमें डॉ. ज्योति तोमर ने हवन के माध्यम से वायु प्रदूषण पर पड़ने वाले सकारात्मक प्रभावों की जानकारी दी।

निःशुल्क उपचार सहित कपड़े के थैले और पौधे वितरित किये

स्वास्थ्य के क्षेत्र में मैसर्स पैसिफिक मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, उमरड़ा द्वारा स्पायरोमीटर से फेफड़ों की निरूशुल्क जांच तथा पैसिफिक डेंटल कॉलेज द्वारा निरूशुल्क दंत उपचार किया गया। राहड़ा फाउंडेशन द्वारा ईको-फ्रेंडली उत्पादों जैसे परिधान और जूट बैग की प्रदर्शनी आकर्षण का केंद्र रही। इस अवसर पर फिनीलूप द्वारा ठोस कचरा प्रबंधन पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के न्यायाधीश   कुलदीप शर्मा ने विभिन्न इकाइयों से एकत्रित लगभग 1.5 टन ई-वेस्ट के संग्रहण पर करीब 50 हजार रुपये के चेक वितरित किए तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली से उपस्थितजनों को अवगत कराया। कार्यक्रम के दौरान लगभग 2 हजार कपड़े के थैलों और पौधों का वितरण भी किया गया। इसके अतिरिक्त शहर के 10 सहकारी उपभोक्ता भंडारों में लगभग 3 हजार निरूशुल्क कपड़े के बैग भी वितरित किए गए।

इसी क्रम में राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल द्वारा मेवाड़ औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित नाले से मैसर्स री-सस्टेनेबिलिटी (रामकी) के सहयोग से 4.13 टन हेजार्डस वेस्ट का उठाव कर वैज्ञानिक तरीके से निस्तारण करवाया गया। कार्यक्रम के अवसर पर मैसर्स इजी फ्लक्स द्वारा कम्पोस्टेबल प्लास्टिक थैलियों का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर विभिन्न विभागों के अधिकारी, पर्यावरण प्रेमी, सहित आमजन उपस्थित रहे।

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