जहाजपुर में प्रधान सीतादेवी गुर्जर पदभार ग्रहण करने पहुंचीं तो कमरे पर मिले ताले
जहाजपुर मोहम्मद आज़ाद नेब. पंचायत समिति जहाजपुर में शुक्रवार को उस समय अचानक हलचल मच गई, जब प्रधान सीतादेवी गुर्जर सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद पदभार ग्रहण करने पहुंचीं। हालांकि, वहां पहुंचते ही उन्होंने देखा कि प्रधान कक्ष के दरवाजे पर ताले जड़े हुए हैं। स्थिति यह रही कि पंचायत समिति में एक भी अधिकारी मौजूद नहीं था।
सुप्रीम कोर्ट से राजकीय आदेश पर मिली राहत के बाद सीतादेवी गुर्जर शुक्रवार को अपने समर्थकों के साथ पंचायत समिति कार्यालय पहुंचीं। उनका उद्देश्य औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण करना था, लेकिन कमरे पर लगा ताला और अधिकारियों की गैरमौजूदगी ने माहौल को तनावपूर्ण बना दिया।सीतादेवी ने कहा कि वे कानूनी रूप से अधिकृत प्रधान हैं और सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें पद ग्रहण करने से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने अधिकारियों की अनुपस्थिति और कमरे पर लगे ताले पर नाराजगी जताई।
सूचना मिलते ही स्थानीय लोग भी पंचायत समिति कार्यालय पर जमा हो गए। फिलहाल प्रशासनिक स्तर पर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई है कि ताले किसके निर्देश पर लगाए गए और अधिकारी कार्यालय में क्यों मौजूद नहीं थे।
प्रधान ने प्रशासन से मांग की है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार उन्हें तुरंत पदभार ग्रहण करने दिया जाए। मामले को लेकर पंचायत समिति परिसर में चर्चा तेज हो गई है।
जिला परिषद की टीम ने कराया पदभार ग्रहण
करीब 4 घंटे तक चले इस विवाद के बाद शाम 6 बजे जिला परिषद भीलवाड़ा से अतिरिक्त विकास अधिकारी कन्हैयालाल तडबा के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम पंचायत समिति पहुंची।
टीम ने मौके पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए विकास अधिकारी के कक्ष में ही प्रधान सीता देवी गुर्जर को विधिवत पदभार ग्रहण कराया गया।
