अमेरिका ने बताया राजस्थान में ठगो का पता: ठगी के नेटवर्क का किया भंडाफोड़, अमेरिकी नागरिकों को बनाते थे शिकार

Update: 2024-12-12 13:36 GMT

नई दिल्ली। अमेरिकी जांच एजेंसी FBI ने राजस्थान में साइबर ठगी के बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है। एफबीआई से मिले इनपुट के अधार पर राजस्थान इंटेलिजेंस और पुलिस ने जालसाजों को ढूंढ़ निकाला। ये साइबर ठग राजस्थान में बैठकर अमेरिकी नागरिकों को ऑनलाइन फ्रॉड का शिकार बना रहे थे।

जानकारी के अनुसार अमेरिकी नागरिकों के साथ करोड़ों रुपये की ठगी का मामला सामने आने के बाद अमेरिकी एजेंसी एफबीआई ने इसकी जांच शुरू की। जांच में सामने आया कि ठग भारत के राजस्थान में बैठकर इसे अंजाम दे रहे हैं। इसके बाद एफबीआई ने भारत सरकार के जरिए राजस्थान इंटेलिजेंस, एसओजी व जयपुर कमिश्नरेट पुलिस से संपर्क साधा।

एफबीआई ने राजस्थान इंटेलिजेंस को दी जानकारी

उन्हें एफबीआई ने सारी जानकारी उपलब्ध कराई, जिसके बाद भारतीय एजेंसियों और पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुए इन ठगों को ढूंढ़ निकाला। यही नहीं, राजधानी जयपुर में ठगी करने वाले कई कॉल सेंटर भी पकड़े गए हैं।एक रिपोर्ट के अनुसार गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में सामने आया कि वे कई ऑनलाइन पोर्टल की मदद से अमेरिकी लोगों के नंबर जुटाते थे और उन्हें फोन करते थे। इसके बाद उन्हें कानूनी मामलों में फंसाने की बात कहकर गिरफ्तार करने की घमकी देते थे। यहां तक कि ठग न्यायिक आदेश की फर्जी नोटिस भी पीड़ितों को भेजते थे। इसके बाद लोगों को डराकर बिटकॉइन के रूप में उनसे रकम वसूलते थे।

अमेरिका से भारत ट्रांसफर करते थे रकम

ये ठग रुपयों को अमेरिकी बैंकों में जमा कराते थे और फिर वायर ट्रांसफर के जरिए भारत रकम में भिजवाते थे। इसके लिए अमेरिका में ऑनलाइन सर्वर भी ठगों द्वारा किराए पर लिया जाता था। यह सब आरोपी इतनी सफाई से करते थे कि किसी को अंदाजा भी नहीं होता था कि किसी अन्य देश से ठगी के जरिए पैसे ऐंठे जा रहे हैं।

500 नागरिकों को बनाया गया शिकार

रिपोर्ट के अनुसार पुलिस की पूछताछ में सामने आया कि जयपुर में चलाए जा रहे फर्जी कॉल सेंटरों से तकरीबन 500 विदेशी नागरिकों को शिकार बनाया गया और उनसे 30 करोड़ रुपए से भी अधिक की ठगी की गई। इस मामले में जयपुर से तकरीबन 40 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। साइबर फ्रॉड के इस नेटवर्क में कुछ महिलाएं भी शामिल थीं।

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