सोशल मीडिया पर बना ‘आर्मी अफसर’ बना दरिंदा: इंस्टाग्राम पर फर्जी प्रोफाइल से दोस्ती कर महिला डॉक्टर से दुष्कर्म, आरोपी डिलीवरी बॉय गिरफ्तार

Update: 2025-10-28 07:43 GMT

 नई दिल्ली। राजधानी में एक प्रतिष्ठित महिला डॉक्टर की ज़िंदगी सोशल मीडिया के झूठे जाल में उलझकर तबाह हो गई। इंस्टाग्राम पर हुई एक मुलाकात ने भरोसे और सम्मान दोनों को तार-तार कर दिया। आरोपी कोई आर्मी अफसर नहीं बल्कि एक ई-कॉमर्स कंपनी में काम करने वाला डिलीवरी बॉय निकला , जिसने सेना की वर्दी पहनकर महिलाओं को फंसाने का गिरा हुआ खेल खेला था।

पुलिस ने आरोपी की पहचान 27 वर्षीय आरव मलिक  के रूप में की है, जो  दक्षिण दिल्ली के छतरपुर  इलाके का निवासी है। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी ने अब तक  करीब दर्जनभर महिलाओं को अपने झूठे "आर्मी लेफ्टिनेंट" वाले प्रोफाइल के जरिये निशाना बनाया था।

 इस तरह बुना गया झूठ का जाल

साउथ दिल्ली के सफदरजंग इलाके की रहने वाली 27 वर्षीय डॉक्टर ने बताया कि कुछ महीने पहले इंस्टाग्राम पर आरव से बातचीत शुरू हुई। उसने खुद को भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट  बताया और कहा कि उसकी पोस्टिंग जम्मू-कश्मीर में है। भरोसा जीतने के लिए आरोपी ने  फौजी वर्दी में फोटो और वीडियो भी भेजे, साथ ही कुछ  फर्जी दस्तावेज़ शेयर किए।

धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और आरोपी ने मिलने की जिद ठान ली। डॉक्टर ने दिवाली के बाद मिलने को कहा, लेकिन आरव दिवाली से पहले ही आने की जिद करने लगा। डॉक्टर ने उसे अपने फ्लैट पर बुला लिया — यहीं से उसके जीवन का सबसे दर्दनाक अध्याय शुरू हुआ।

 नशीली मिठाई खिलाकर किया कुकृत्य

महिला डॉक्टर के मुताबिक, आरव मिलने पहुंचा तो अपने साथ मिठाई लेकर आया। उसने खुद मिठाई खाने की पेशकश की और जैसे ही डॉक्टर ने वह मिठाई खाई, उन्हें चक्कर आने लगे। कुछ देर में बेहोशी छा गई।

जब होश आया तो उनके कपड़े अस्त-व्यस्त थे — और सामने वही "आर्मी अफसर" खड़ा था जिसने अब अपनी असलियत बताई कि वह सिर्फ एक डिलीवरी बॉय है।

 FIR दर्ज, आरोपी गिरफ्तार

सदमे में आई डॉक्टर ने 16 अक्टूबर को सफदरजंग एंक्लेव थाने  में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरव ने अपने जुर्म को कबूल किया और बताया कि वह अप्रैल से ही इंस्टाग्राम पर डॉक्टर को झांसे में ले रहा था। 

 एक नहीं, कई महिलाएं बनीं शिकार

डीसीपी अमित गोयल के अनुसार, आरव ने सिर्फ एक डॉक्टर को नहीं, बल्कि कई अन्य महिलाओं  को भी फर्जी आर्मी अफसर बनकर धोखा दिया था। पुलिस ने आरोपी का  मोबाइल और सोशल मीडिया अकाउंट्स जब्त कर लिए हैं ताकि यह पता लगाया जा सके कि किन महिलाओं को उसने फंसाया।

गंभीर धाराओं में केस दर्ज

पुलिस ने आरोपी पर  आईपीसी की धारा 376 (दुष्कर्म) ,  328 (नशीला पदार्थ देकर नुकसान),  419 (भेष बदलकर धोखाधड़ी) , 468 (फर्जी दस्तावेज) और  506 (धमकी) के तहत मामला दर्ज किया है।

अस्पताल और समाज में सदमा

डॉक्टर राजधानी के एक  प्रतिष्ठित अस्पताल  में कार्यरत हैं। घटना से चिकित्सा समुदाय में आक्रोश है। डॉक्टर ने हिम्मत दिखाते हुए न केवल आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करवाई बल्कि सोशल मीडिया के खतरों को उजागर करने का भी साहस दिखाया।

 

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