शादी का सीजन अब ब्रेक पर पांच दिसंबर के बाद नहीं बजेंगी शहनाइयां: फरवरी में फिर लौटेगा शुभ मुहूर्त

Update: 2025-12-03 20:10 GMT

शादियों का सीजन अब  कल के बाद थमने वाला है। पांच दिसंबर के बाद विवाह के लिए कोई शुभ समय नहीं बचेगा और अब सीधे फरवरी में ही शादियां होंगी। देव उठनी एकादशी के बाद शुरू हुआ वैवाहिक सीजन इस साल देर से शुरू हुआ और इसलिए मुहूर्त भी कम रहे। दुकानों में इन दिनों खरीदी की भीड़ दिखाई दे रही है क्योंकि लोग बचे हुए मुहूर्त में ही अपने कार्यक्रम पूरे करने की कोशिश कर रहे हैं।

ज्योतिषाचार्यों के अनुसार नवंबर के 29 और 30 तथा दिसंबर के 1, 4 और 5 तारीख को ही इस साल के अंतिम शुभ विवाह मुहूर्त हैं। इसके बाद शुक्र ग्रह अस्त हो जाएगा और सूर्य देव के धनु राशि में प्रवेश के साथ खरमास शुरू होगा। खरमास पंद्रह दिसंबर के आसपास शुरू होकर चौदह जनवरी तक रहेगा। इस अवधि में विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य नहीं किए जाते क्योंकि यह समय शुभ फल देने वाला नहीं माना जाता।




जनवरी में पूरा महीना बिना विवाह का गुजर जाएगा। फरवरी में फिर से मुहूर्त शुरू होंगे और बारह दिन शादी के लिए शुभ माने जा रहे हैं। इसके बाद मार्च में नौ, अप्रैल और मई में आठ आठ, जून में सात और जुलाई में चार दिन विवाह के शुभ समय रहेंगे। नवंबर और दिसंबर में भी कुछ दिनों के लिए शुभ समय उपलब्ध रहेगा।

वर्ष दो हजार पच्चीस में कुल पचहत्तर विवाह मुहूर्त रहे जबकि वर्ष दो हजार छब्बीस में उनसठ शुभ मुहूर्त मिलने वाले हैं। इसे आने वाला वर्ष भी शादी ब्याह के लिहाज से बेहतर माना जा रहा है।



खरमास को लेकर मान्यता है कि इस समय सूर्य और बृहस्पति की कृपा मांगलिक कार्यों पर नहीं रहती। इसलिए विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश जैसे कार्य वर्जित रहते हैं। शुक्र के अस्त होने के कारण भी विवाह नहीं किए जाते। इस वजह से दिसंबर के बाद पूरे जनवरी में मांगलिक कार्यों पर विराम लग जाएगा।

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