नरेगा में धांधली की शिकायत-: ग्रामीणों से वसूली जा रही है नाजायज राशि, नहीं देने पर रोजगार से किया जा रहा है वंचित, कलेक्टर को दी शिकायत

Update: 2025-06-18 09:02 GMT

 भीलवाड़ा बीएचएन। पंचायत समिति मांडलगढ़ की ग्राम पंचायत धामणिया में नरेगा योजना में चल रहे विकास कार्यों में लगे तीन कार्मिकों पर ग्रामीणों ने नाजायज राशि वसूल कर मजदूरों के नाम की मस्टररोल की लिस्ट बनाकर जारी करने का आरोप लगाया है। इस संबंध में ग्रामीणों ने बुधवार को जिला कलेक्टर को शिकायत भी दी।

धामणिया के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को भैरू लाल पुत्र दुर्गालाल तेली, ग्राम रोजगार सहायक रमजान व नरेगा योजना के जेटीए राजू बैरागी के खिलाफ शिकायत दी। इस शिकायत में बताया गया है कि ग्राम पंचायत धामणिया में नरेगा योजना के तहत चल रहे विकास कार्यों में इन कार्मिकों द्वारा नाजायज राशि वसूल कर मजदूरो के नाम की मस्टररोल की लिस्ट बनाई जाकर अपलोड करने के बाद मस्टररोल जारी किया जाता है। ग्रामीणों से हजारों रुपये की वसूली कर धांधली की जा रही है। ग्रामीणों ने कलेक्टर को दी शिकायत में आरोप लगाया कि ग्राम रोजगार साहयक एव जेटीए ने अवैध वसूली के लिए भैंरू लाल तेली को लगा रखा है, जो मेट का काम भी करता है । वह पूरी ग्राम पंचायत पंचायत द्वारा चलाए जा रहे नरेगा विकास कार्य पर लगे मेट एंव मजदूरो से अवैध राशि वसूल करता है । तेली, यह नाजायज राशि मेट व लेबर से यह कहकर वसूलता है कि आने वाले मस्टररोल में नाम लगवाना है तो हमें अवैध धन राशि देनी पड़ेगी । हमारा चेनल बना हुआ है जिसके तहत यह अवैध राशि वसूल कर उपर के अधिकारी जेटीए, ग्राम रोजगार सहायक आदि कई कर्मचारियों को दी जाती है। तभी हमारी व उनकी मर्जी अनुसार मेट बनते है और लेबर लगाई जाती है । ग्रामीणों द्वारा राशि नहीं देने पर मस्टररोल बंद कर दिये जाते हैं। अवैध धनराशि देने पर मस्टररोल बनवाकर अपने चहेतों को मेट बनाकर लेबर का नाम लगाकर काम चलाते है।

शिकायत में बताया गया है कि 3 दिन पूर्व अवैध राशि वसूलने वाले भैरू लाल तेली ने गाव के पास चमारों का झोपडा की रहने वाली महिला मेट आरामी बैरवा के घर जाकर अवैध वसूली के तहत रूपयो की मांग की । उक्त महिला मेट ने मना किया की उसके पास देने के लिए रूपये नहीं है तो भैरू लाल ने कहा कि तुम्हें हमने मेट इस शर्त पर बनाया कि तू हमे प्रति मस्टररोल 6000 रूपये देगी, फिर भी तु बात से बदल रही है । मेट आरामी ने कहा कि में इतने रुपये नहीं दे सकती हूँ । इस पर गैरू ने कहा कि 6000 में से 3000 रूपये जेटीए को देने है एंव 1000 रूपये रोजगार साहयक को देने है मेरे तो केवल पूरी ग्राम पंचायत के मेटो से की गई वसूली से प्रत्येक मेट से 2000 रूपये प्रति मस्टररोल बचते है । हम भी आगे से रूपये देकर मस्टररोल जारी कराते है । भैंरू ने महिला मेट से कहा कि तू महिला एंव एससी एसटी की गरीब मेट है । इसलिए कोई बात नहीं 3000 रूपये मुझे देदे, बाकी का घाटा नुकसान दूसरे मेट व लेबर से वसूल करेंगे। शिकायत में ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह कर्मचारियों द्वारा अवैध रूप से वसूली की जा रही है। अगर कोई श्रमिक व मेट राशि नहीं देता है तो उसका नाम मस्टररोल में नहीं लगाया जाता है। उसे रोजगार से वंचित किया जाता है। ग्रामीणों का कहना है कि राशि वसूलने करते हुये का एक वीडियो भी ग्रामीणों ने बनाकर सबूत के तौर पर रखा है। ग्रामीणों ने अवैध वसूली करने वाले मेट को हटाकर ब्लैक लिस्ट करने व वसूली गई राशि पुन: दिलवाने की जिला कलेक्टर से मांग की है।  

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