भीलवाड़ा में जीएसटी का बड़ा एक्शन : रत्नाकर सरिया प्लांट व कार्यालय पर सर्वे, अन्य कारोबारियों में हड़कंप

Update: 2025-08-21 07:43 GMT

भीलवाड़ा (हलचल)। भीलवाड़ा में सरिया बनाने वाले रत्नाकर ग्रुप पर गुरुवार को डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलिजेंस (DGGI) ने सर्वे किया है। जयपुर से आई अलग- अलग DGGI टीमों ने रत्नाकर सरिया के प्लांट और गांधीनगर स्थित ऑफिस, घर और फैक्ट्री में एक साथ सर्वे शुरू किया है। वहीं स्टाफ और डायरेक्टर से पूछताछ की जा रही है। भीलवाड़ा में इस कार्रवाई की सूचना के बाद शहर के अन्य कारोबारियों में हड़कंप मच गया है।

जानकारी के अनुसार, DGGI की टीम को यहां से 30 से 40 करोड़ की टैक्स चोरी का इनपुट मिला था। इसके बाद यहां सर्वे किया गया है। टीम को अंदेशा है कि यहां से बिना बिल के करोड़ों का कारोबार किया गया है। इसके साथ ही, जयपुर स्थित एक फर्म से फर्जी बिलिंग और क्लीयरेंस सर्विसेज भी ली गई थीं। 

रत्नाकर सरिया के गांधीनगर स्थित ऑफिस के बाहर पुलिसकर्मी तैनात हैं। किसी के भी आने जाने पर पाबंदी है। वहीं अन्य ठिकानों पर भी बाहर DGGI की गाड़ियां खड़ी है। प्लांट के बाहर भी ऑफिस के गेट बंद है और लोगों के आने जाने पर रोक लगाई है । यहां से बड़ी टैक्स चोरी का खुलासा होने की संभावना है। टीम की कार्रवाई 1 बजे से जारी है। मोखमपुरा स्‍थ‍ित घर पर कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।

विभागीय सूत्रों के अनुसार, भीलवाड़ा में आयरन स्टील के सरिए बनाने वाला रत्नाकर ग्रुप बिना बिल के कारोबार कर रहा था। करोड़ों के टर्न ओवर वाले उद्योग समूह पर राज्य सरकार की रिप्स योजना में बड़ी रिफंड राशि भी लेने की आशंका जताई गई है। विभागीय सूत्रों ने बताया- राज्य सरकार द्वारा बिक्री कर में स्टेट चैकिंग को बंद कर दिए जाने के बाद करोड़ों की टैक्स चोरी होने की संभावना जताई गई है। इसके बाद सरियों के कारोबार में भीलवाड़ा की कई फर्में व निर्माता जांच के दायरे में आ सकते हैं। कंपनी का सालाना टर्न ओवर 100 करोड़ से ज्यादा का बताया गया है।

विभागीय सूत्रों के अनुसार, भीलवाड़ा में आयरन स्टील के सरिए बनाने वाला रत्नाकर ग्रुप बिना बिल के कारोबार कर रहा था। करोड़ों के टर्न ओवर वाले उद्योग समूह पर राज्य सरकार की रिप्स योजना में बड़ी रिफंड राशि भी लेने की आशंका जताई गई है। विभागीय सूत्रों ने बताया- राज्य सरकार द्वारा बिक्री कर में स्टेट चैकिंग को बंद कर दिए जाने के बाद करोड़ों की टैक्स चोरी होने की संभावना जताई गई है। इसके बाद सरियों के कारोबार में भीलवाड़ा की कई फर्में व निर्माता जांच के दायरे में आ सकते हैं।

जानकारी के अनुसार, शुरुआती जांच में रत्नाकर ग्रुप द्वारा करीब 30 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी की बात सामने है आई है यह रकम और ज्यादा बढ़ सकती है। जांच में सामने आया कि रत्नाकर ग्रुप ने जयपुर स्थित महावीर ट्रेडिंग कंपनी से फर्जी बिलिंग और क्लीयरेंस सर्विस ली थी।

DGGI जयपुर पहले ही महावीर ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ 706 करोड़ रुपए की टैक्स चोरी का मामला दर्ज कर सात व्यक्तियों गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें जाली जीएसटी, नकली बिल, हवाला ट्रांजैक्शन और बिना ई वे बिल जैसी अनियमितता थी। फिलहाल टीम द्वारा रत्नाकर ग्रुप के डायरेक्टर शंकर जाट और उसके अन्य सहयोगियों से पूछताछ की जा रही है।

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