भूखंड आवंटन लॉटरी विवाद , प्रभारी अधिकारी बदले: अब सामने आया नया खुलासा: डेटा फीडिंग का काम न्यास ने नहीं, यस बैंक ने किया था
भीलवाड़ा हलचल। नगर विकास न्यास की हाल ही में हुई ई-लॉटरी को लेकर उठे सवालों और आपत्तियों के बीच शुक्रवार को बड़ा प्रशासनिक बदलाव किया गया है। न्यास ने लॉटरी प्रभारी अधिकारी को हटा दिया है और नए अधिकारी की नियुक्ति के आदेश जारी किए हैं।
जारी आदेश के अनुसार, पूर्व लॉटरी प्रभारी अधिशासी अभियंता रविश श्रीवास्तव के स्थान पर अब चिन्मन लाल मीणा, विशेषाधिकारी (भूमि), को नया प्रभारी अधिकारी नियुक्त किया गया है। श्री मीणा को लॉटरी से संबंधित सभी आपत्तियों, ज्ञापनों और प्रार्थनापत्रों का अध्ययन कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं।
16 अक्तूबर 2025 को नगर निगम के टाउनहॉल में आयोजित इस ई-लॉटरी में हजारों आवेदकों ने हिस्सा लिया था। प्रक्रिया के बाद बड़ी संख्या में आपत्तियां सामने आईं, जिनकी जांच अब नए अधिकारी करेंगे।
इस बीच एक बड़ा खुलासा भी सामने आया है — नगर विकास न्यास की 88,000 आवेदनों की डेटा फीडिंग का कार्य स्वयं न्यास द्वारा नहीं, बल्कि यस बैंक के माध्यम से करवाया गया था। सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में न्यास और यस बैंक के बीच एक अनुबंध किया गया था।
अब सवाल यह उठता है कि लॉटरी डेटा फीडिंग में जो तकनीकी या प्रक्रियागत गड़बड़ियां सामने आई हैं, वे यस बैंक की ओर से हुई लापरवाही का परिणाम हैं या फिर न्यास के स्तर पर कोई चूक हुई है?
जानकारों का मानना है कि यदि इस पहलू की भी स्वतंत्र जांच कराई जाए, तो लॉटरी विवाद की वास्तविक सच्चाई सामने आ सकती है।
शहर में अब यह चर्चा जोरों पर है कि ई-लॉटरी प्रक्रिया की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए यूआईटी (नगर विकास न्यास) को पूरी व्यवस्था की पुनः समीक्षा करनी चाहिए।
