हड़ताल पर अड़े निजी बस मालिकों को दो टूक; बोले- 'सुरक्षित यात्रा हमारी पहली प्राथमिकता, जान से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं'
अजमेर। राजस्थान के उप मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा ने निजी बस संचालकों की चल रही हड़ताल और बसों के मनमाने मॉडिफिकेशन पर कड़ा रुख अपना लिया है। अजमेर में एक निजी समारोह में शिरकत करने आए डिप्टी सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि अगर बस मालिक चाहते हैं कि परिवहन विभाग की कार्रवाई रुके, तो उन्हें तुरंत अपनी बसों को निर्धारित सुरक्षा मानकों (नॉर्म्स) के अनुरूप कर लेना चाहिए।
"मनमानी मॉडिफिकेशन गलत, जनता की जान की परवाह"
डिप्टी सीएम बैरवा ने तीखे अंदाज़ में कहा:
"प्राइवेट बसें नॉर्म्स के अनुसार हों, हम यही चाहते हैं। मनमर्जी से बसों को मॉडिफाइड कर लेना बिल्कुल गलत है। हमें लोगों की जान की परवाह है। दोबारा ऐसी घटनाएं नहीं हों, इसके लिए परिवहन विभाग बसों पर कार्रवाई कर रहा है। संचालक अपनी बसों को नॉर्म्स के अनुसार कर लें, कोई परेशानी नहीं होगी। सुरक्षित यात्रा हमारी पहली प्राथमिकता है।"
उन्होंने सीधे तौर पर हड़ताल कर रहे बस मालिकों को चेतावनी दी कि हड़ताल करने के बजाय वे दुर्घटनाओं को रोकने के लिए अपनी बसों की खामियों को दूर करें।
रोडवेज पर सरकार का बड़ा दावा: 'साढ़े पांच हजार करोड़ का राजस्व बढ़ाया'
कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पर हमला बोलते हुए बैरवा ने कहा कि पिछली सरकार में रोडवेज की केवल 600 बसें थीं, जबकि रोज़ाना एक बस कंडम हो रही थी। उन्होंने वर्तमान भाजपा सरकार की उपलब्धि बताते हुए दावा किया:
वर्तमान में रोडवेज में 3200 बसें हैं।
400 किलोमीटर रोज़ रूट चलाए जा रहे हैं।
गाँवों को भी जोड़ा गया है।
रोज़ाना साढ़े पांच हजार करोड़ का राजस्व बढ़ा है।
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार का पूरा फोकस यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा पर है, जिसके लिए नई बसें खरीदी जा रही हैं और यह सिलसिला जारी रहेगा।
