भीलवाड़ा (हलचल)। भीलवाड़ा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. चैतन्य प्रकाश गोस्वामी को सरकार ने निलंबित कर दिया है। उन पर दवा खरीद समेत अन्य खरीद प्रक्रियाओं में गंभीर अनियमितताओं के आरोप लगे थे।
सूत्रों के अनुसार, प्रशासनिक सुधार विभाग द्वारा की गई जांच में डॉ. गोस्वामी को दोषी पाया गया। शिकायतों में बताया गया कि एनएचएम भर्ती योजनाओं में गड़बड़ियां हुई हैं। वहीं यह भी चर्चा है कि अगर दवाइयों की खरीद की गहराई से जांच कराई गई तो बड़ा घोटाला उजागर हो सकता है।
जानकारी के मुताबिक, एक ही मेडिकल स्टोर से बार-बार दवाइयां खरीदे जाने और खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी जैसी चर्चा सामने आई हैं। इन आरोपों के आधार पर विभाग ने सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया।
👉 मामला अब स्वास्थ्य महकमे में चर्चाओं का विषय बना हुआ है और संभावना जताई जा रही है कि आगे और भी खुलासे हो सकते हैं।
जयपुर देनी होगी हाजिरी
विभाग के शासन उप सचिव सैयद सिराज अली जैदी की ओर से इस संबंध में ऑर्डर जारी किए गए है। इस ऑर्डर में बताया कि डॉ. गोस्वामी सीएमएचओ भीलवाड़ा के खिलाफ शिकायत की जांच किए जाने और प्रशासनिक विभाग के पत्र 26 मार्च 2025 द्वारा सचिव राजस्थान राज्य एलाइड एंड हेल्थ केयर काउंसिल को जांच अधिकारी द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर राज्य सरकार ने गोस्वामी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है।इस दौरान इनका हेड ऑफिस प्रमुख शासन सचिव स्वास्थ्य विभाग सचिवालय राजस्थान जयपुर में रहेगा।
