सारंगपुर हनुमान मंदिर दर्शन के रास्ते हुआ भीषण हादसा, राजस्थान के तीन युवकों की मौत

Update: 2025-08-19 17:36 GMT


आणंद । गुजरात के आणंद जिले में सोमवार देर रात हुए सड़क हादसे में राजस्थान मूल के तीन युवकों की दर्दनाक मौत हो गई। तीनों मित्र सारंगपुर हनुमान मंदिर दर्शन के लिए जा रहे थे, तभी वासद-तारापुर सिक्स लेन हाइवे पर नार गांव के रेलवे ओवरब्रिज पर उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। हादसे की गूंज राजस्थान तक पहुंच गई है, जहां मृतकों के पैतृक गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है।

जानकारी के अनुसार, वडोदरा के गोत्री क्षेत्र में रहने वाले अन्नाराम नैणाराम जाट ने हाल ही में एक नई कार खरीदी थी। सोमवार की शाम उन्होंने अपने मित्र संपताराम सुगणाराम प्रजापति के साथ बोटाद जिले के प्रसिद्ध सारंगपुर हनुमान मंदिर जाने का निर्णय लिया। रास्ते में आणंद जिले के लांभवेल से रूपाराम अर्जुनराम भी उनके साथ कार में सवार हो गए।रात करीब 10 बजे जब वे वासद-तारापुर सिक्स लेन हाइवे से गुजर रहे थे, तब पेटलाद तहसील के नार गांव के रेलवे ओवरब्रिज पर अचानक कार का संतुलन बिगड़ गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कार बहुत तेज रफ्तार में थी और ओवरब्रिज पर डिवाइडर से जोरदार टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे में रूपाराम और संपताराम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कार चालक अन्नाराम को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। चिकित्सकों ने जांच के बाद उन्हें भी मृत घोषित कर दिया।

राजस्थान से गहरा नाता

तीनों मृतक मूल रूप से राजस्थान के नागौर जिले से थे।रूपाराम अर्जुनराम वर्तमान में आणंद जिले के लांभवेल में रहते थे।संपताराम सुगणाराम प्रजापति नागौर जिले के निवासी थे, फिलहाल वडोदरा के गोत्री क्षेत्र में रह रहे थे।अन्नाराम नैणाराम जाट भी नागौर के मूल निवासी थे और वडोदरा में ही नौकरी करते थे।परिवारजन के अनुसार, तीनों मित्र बचपन से साथ थे और रोज़गार की तलाश में गुजरात आए हुए थे। मंदिर दर्शन के बहाने सभी साथ में समय बिताना चाहते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था।

पुलिस की कार्रवाई

सूचना मिलते ही पेटलाद ग्रामीण पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजा और क्षतिग्रस्त कार को सड़क से हटाकर यातायात सुचारु कराया। मृतक चालक अन्नाराम के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज किया गया है।

  शोक की लहर

नागौर जिले के उनके पैतृक गांवों में इस हादसे की खबर पहुंचते ही शोक की लहर दौड़ गई। परिवार और रिश्तेदारों का रो-रोकर बुरा हाल है। मंगलवार को तीनों मृतकों के पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए राजस्थान भेजे जाएंगे।

मंदिर यात्रा बनी अंतिम यात्रा

स्थानीय लोगों का कहना है कि सारंगपुर हनुमान मंदिर दर्शन का यह सफर तीनों मित्रों के लिए अंतिम यात्रा साबित हुआ। ग्रामीणों और परिजनों ने हादसे को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि "नई कार की खुशी परिवार तक पहुंच भी नहीं पाई और यह दर्दनाक हादसा हो गया।"

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