भाजपा ने कांग्रेस के आंदोलन को बताया 'राजनीतिक बौखलाहट, सांसद अग्रवाल का दावा: हर किसान को मिलेगा पूरा मुआवजा
भीलवाड़ा (हलचल)। भाजपा सांसद दामोदर अग्रवाल ने कांग्रेस के जन अधिकार आंदोलन को विपक्ष की बौखलाहट करार देते हुए कहा कि भाजपा सरकार किसानों के प्रति पूरी तरह संवेदनशील है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस बार फसल खराबे का पूरा मुआवजा दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सितंबर अंत तक सर्वे पूरा हो जाएगा, अभी खेतों में भरे पानी के उतरने का इंतजार किया जा रहा है ताकि नुकसान का सही आकलन हो सके और किसानों को वाजिब मुआवजा मिल सके।
50 साल में कांग्रेस ने जितना नहीं दिया, उतना भाजपा ने 20 साल में दिया
सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में सांसद अग्रवाल ने कहा कि पिछले 50 सालों में कांग्रेस किसानों को जितना मुआवजा नहीं दे पाई, उससे ज्यादा भाजपा ने अपने 18-20 साल के शासन में दिया है।
उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा सरकार ने एक तिहाई फसल खराब होने पर भी मुआवजा देने की नीति बनाई है और इसमें सुधार की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है।
सौ चूहे खाकर बिल्ली हज पर चली – कांग्रेस पर तंज
अग्रवाल ने कांग्रेस नेताओं पर सीधा हमला बोलते हुए कहा, "सौ चूहे खाकर बिल्ली हज पर चली।" उन्होंने आरोप लगाया कि *गुंडागर्दी और भ्रष्टाचार से कांग्रेस नेताओं ने महल खड़े कर लिए हैं, लेकिन किसानों की समस्याओं से उनका कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि इस बार फसल खराबा ज्यादा हुआ है, लेकिन सरकार इसका संज्ञान लेकर हर किसान को पूरा मुआवजा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
यह कोई नाती बाई का बाड़ा नहीं है
19 सितंबर को कांग्रेस द्वारा प्रस्तावित प्रदर्शन पर कटाक्ष करते हुए अग्रवाल ने कहा कि यह होई नाती बाई का बाड़ा नहीं है, बल्कि कांग्रेस की राजनीतिक बौखलाहट का परिणाम है।
उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री और मंत्री दोनों किसानों की स्थिति को लेकर गंभीर हैं। बीते दिनों मंत्री के दौरे के दौरान गिरदावरी के निर्देश जारी किए गए और रिपोर्ट सितंबर तक सरकार को भेजी जाएगी।
बिना जनाधार के कर रहे नौटंकी – विधायक का आरोप
जहाजपुर विधायक ने कांग्रेस नेताओं को बिना जनाधार के बताया और आरोप लगाया कि वे सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा अब कांग्रेस मुक्त हो चुका है और आज जनता के सामने कोई मजबूत विपक्ष नहीं बचा है। उन्होंने कांग्रेस की पांच मांगों को बेमतलब करार दिया।
मुद्दे बेबुनियाद, आंदोलन निराधार
सांसद ने कांग्रेस की मांगों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुआवजे के लिए सर्वे की स्वीकृति पहले ही मिल चुकी है। जहां तक सरपंचों के मामलों की बात है, वह न्यायालय में विचाराधीन हैं, इसमें सरकार कोई हस्तक्षेप नहीं कर सकती।
ग्राम पंचायतों के परिसीमन को लेकर लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि **परिसीमन जनहित में** किया जा रहा है ताकि ग्रामीणों को अधिक लाभ मिल सके।
सिटी बसें सिर्फ कागजों में
पत्रकार वार्ता के दौरान सवाल उठाया गया कि भीलवाड़ा में सिटी बसें दिखाई क्यों नहीं देतीं, जबकि कागजों में बीस सालों से 50 बसें दौड़ रही हैं। इस पर अग्रवाल ने माना कि "दिखाई तो नहीं देतीं" और कहा कि "इस मामले को दिखाया जाएगा"।
शहर में खड्डे, सड़कों पर जलभराव
भीलवाड़ा में टूटी सड़कें और जलभराव भी पत्रकार वार्ता का अहम मुद्दा बना। अग्रवाल ने कहा कि इंद्रदेव मेहरबान हैं, लेकिन समस्या है तो उसे ठीक करने के प्रयास हो रहे हैं। उन्होंने यह भी माना कि सड़क की ऊँचाई बढ़ने से कई मकान नीचे हो गए हैं और इस पर जल्द कार्रवाई की जाएगी।
एक खेत को इकाई मानने की मांग, छाया मुद्दा रहा
पूर्व मंत्री रामलाल जाट द्वारा उठाए गए "एक खेत को इकाई मानने" के मुद्दे पर सांसद और विधायक स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए। हर बार यही कहा गया कि "सर्वे कराया जा रहा है और हर किसान को मुआवजा मिलेगा।"
जाट ने यह मुद्दा उठाया था कि अगर एक खेत में नुकसान ज्यादा और बगल में कम हो तो पूरे खेत को नुकसान का मुआवजा नहीं मिल पाता, और यही न्यायसंगत नहीं है।
भाजपा नेता रहे मौजूद
इस मौके पर मांडलगढ़ विधायक गोपाल खंडेलवाल, लादूलाल पीतलिया, जब्बर सिंह, लालाराम बैरवा और भाजपा जिलाध्यक्ष प्रशांत मेवाड़ा भी मौजूद थे।
