पिस्तौल की नौंक पर स्कॉर्पियो लूटने वाले चार बदमाशों के चेहरों से हटा पर्दा, जल्द ही पुलिस फिर से लेगी कस्टडी में
भीलवाड़ा बीएचएन। चालक को पिस्तौल दिखाकर स्कॉर्पियो लूटने वाले चारों बदमाशों के चेहरों से बुधवार को शिनाख्त परेड की कार्रवाई के बाद पर्दा हट गया। चारों आरोपितों की आज जिला जेल में तहसीलदार की उपस्थिति में गवाह से शिनाख्त करवाई गई।
पुर थाना प्रभारी पुष्पा कासौटिया ने बताया कि 28 फरवरी को अनिल बैरागी ने पुर थाने में रिपोर्ट दी कि वह उज्जैन निवासी अपने मामा प्रेमकुमार बैरागी की स्कॉर्पियो का चालक है। 27 फरवरी को उसके परिचित सद्दाम उर्फ भय्यु खान ने स्कॉर्पियो की बुकिंग उज्जैन से अजमेर के लिए की।
अनिल को डी मार्ट उज्जैन पर बुलाया। जहां दो-तीन व्यक्ति आये और गाड़ी में बैठे। इसके बाद वे, अजमेर के लिए चले। जावरा के पास इनका एक साथी और गाड़ी में बैठा। रास्ते में एक होटल पर सभी ने खाना खाया और वहां से चलकर चित्तौडग़ढ़ बाइपास पर पहुंचे, तभी स्कॉर्पियो में बैठे एक व्यक्ति ने उल्टी का बहाना कर गाड़ी रुकवाई। गाड़ी रोकने पर चालक अनिल को नीचे उतारा और मारपीट कर गाड़ी में पटकने के बाद हाथ-पैर व मुंह बांध दिया। उसे बंदूक दिखाकर धमकाया। ये लोग उसे एकांत में ले गये और जेब से सात हजार रुपये, मोबाइल व स्कॉर्पियो लूट ली। उसे वहीं झाडिय़ों में पटककर चले गये।
पुलिस ने इस रिपोर्ट पर केस दर्ज किया। पुलिस ने तफ्तीश के बाद पिछले दिनों इस वारदात में लिप्त महाराष्ट्र के धूलिया जिले के मेहर गांव निवासी शैलेश भामरे पुत्र नामदेव भामरे, गोदावास, बालोतरा निवासी रामनिवासी पुत्र गोपाराम विश्नौई, डीग जिले के मुंगसका निवासी शहरुद्दीन पुत्र हाकम मेव व मुख्तार उर्फ मुकीम पुत्र जाकर मेव को बापर्दा गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया था।
न्यायालय के आदेश से बुधवार को इन चारों आरोपितों की जिला कारागृह में तहसीलदार की उपस्थिति में गवाह से शिनाख्त परेड करवाई गई। इस कार्रवाई के बाद चारों आरोपितों के चेहरों से पर्दा हटा दिया गया। थाना प्रभारी का कहना है कि जल्द ही चारों आरोपितों को दुबारा कस्टडी में लेकर प्रकरण में अनुसंधान व बरामदगी की जायेगी।