दुश्मन के 'ख़ौफ़' का नाम है INS विक्रांत! प्रधानमंत्री मोदी ने Goa के तट पर मनाई जवानों संग दिवाली, दिया 'आत्मनिर्भर भारत' का संदेश
Goa: हर भारतीय के लिए गर्व का प्रतीक, देश के पहले स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत (INS Vikrant) पर इस बार दिवाली की रौनक देखने को मिली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा तट पर खड़े इसी विशालकाय पोत पर भारतीय नौसेना के जांबाजों के साथ न सिर्फ रात बिताई, बल्कि दुश्मनों को 'ऑपरेशन सिंदूर' की याद दिलाकर एक कड़ा संदेश भी दिया।
विक्रांत पर बीती 'अविस्मरणीय रात'
प्रधानमंत्री मोदी ने जवानों को अपने हाथों से मिठाई खिलाई और रात में उनके द्वारा गाए गए देशभक्ति के गीत सुने। उन्होंने विशेष रूप से ऑपरेशन सिंदूर पर नौसेना के जवानों द्वारा लिखे गए गीत की प्रशंसा की और कहा, "विक्रांत पर बिताई कल की रात, इस अनुभव को शब्दों में कहना कठिन है।"
सुबह की शुरुआत योग सत्र से हुई, जिसके बाद पीएम मोदी ने नौसेना के लड़ाकू विमानों का हैरतअंगेज 'फ्लाइपास्ट' देखा। उन्होंने मिग-29K लड़ाकू विमानों की दिन और रात की 'एयर पावर डेमो' भी देखी, जहां छोटे रनवे पर विमानों ने उड़ान भरने और उतरने के हैरतअंगेज कारनामे दिखाए।
'विक्रांत' नाम से ही पाकिस्तान में दौड़ गई थी ख़ौफ़ की लहर!
जवानों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने अपनी बात में देशभक्ति और शौर्य का जोश भर दिया। उन्होंने कहा, "आज का दिन अद्भुत है। एक तरफ समंदर, तो दूसरी तरफ मां भारती के वीर जवानों की ताकत है।"
पीएम मोदी ने आईएनएस विक्रांत को 'आत्मनिर्भर भारत' का प्रतीक बताते हुए कहा कि इसकी ताकत युद्ध शुरू होने से पहले ही दुश्मन के हौसले पस्त कर देती है। उन्होंने पुराने INS विक्रांत की ताकत याद दिलाते हुए कहा, "कुछ महीने पहले ही हमने देखा कि कैसे विक्रांत नाम ने ही पूरे पाकिस्तान में खौफ की लहर दौड़ा दी थी।"
ऑपरेशन सिंदूर की जांबाजी को सलाम
प्रधानमंत्री ने 'ऑपरेशन सिंदूर' में तीनों सेनाओं के जबरदस्त समन्वय और जांबाजी को सलाम किया। उन्होंने कहा कि इसी तालमेल ने पाकिस्तान को इतनी जल्दी घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था।
पीएम मोदी ने जवानों को 'अपना परिवार' बताया और कहा, "मुझे भी मेरे परिवार जनों के बीच दिवाली मनाने की आदत हो गई है और इसलिए आप जो मेरे परिवार जन हैं, उनके बीच मैं दिवाली मनाने चला जाता हूं।"
आईएनएस विक्रांत पर पीएम मोदी की यह दिवाली केवल त्योहार नहीं, बल्कि देश की शौर्य शक्ति और आत्मनिर्भरता का एक बड़ा प्रदर्शन बन गई।
