नागेश्वर महादेव मंदिर में कालसर्प दोष निवारण सहित अनेक अनुष्ठान का आयोजन

Update: 2024-08-09 11:24 GMT

पोटलां। कस्बे के नागेश्वर महादेव मंदिर पर भगवान नागेश्वर महादेव का नाग पंचमी के अवसर पर विशेष श्रृंगार किया गया इस मौके पर शिवालयों में भक्तों ने नाग देवता की प्रतिमा का विशेष पूजन किया। इसके साथ ही भक्तों ने भगवान शिवजी की भी आराधना की और अपने परिवार की मंगल कामना के लिए भोले भंडारी से प्रार्थना की।

नागेश्वर महादेव मंदिर में नाग पंचमी पर विशेष धार्मिक आयोजन किए गए। इन धार्मिक आयोजनों में भक्तों ने पूजा-अर्चना कर भोग लगाया और सभी के लिए मंगल कामना की। पंडित राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि सावन महीने के कृष्ण पक्ष की पंचमी को मोना पंचमी एवं नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता की विशेष पूजा का विधान है। भगवान शिवजी की पूजा का भी विशेष महत्व है।

मान्यता है कि इस दिन शिवजी की पूजा करने से बुद्धि और ज्ञान में बढ़ोतरी होती है। अनुष्ठान के दौरान नागेश्वर महादेव मंदिर पर पूजा में नाग देवता के जोड़े रखें और नागेश्वर महादेव सहित नाग देवताओं की 21 लीटर दूध से अभिषेक कर पुजा अर्चना की गई एवं गर्भ ग्रह में नाग के जोड़े रख कर गर्भ ग्रह को दुध से भरा गया एवं कालसर्प दोष निवारण अनुष्ठान किया गया मंदिर में नाग पंचमी पर्व का शुभारंभ सुबह 5 बजे दुग्ध अभिषेक से किया गया।

भगवान शिव के प्रेमियों ने नाग देवता की प्रतिमा पर दूध जल से अभिषेक किया। मंगला आरती में नागेश्वर महादेव को साफा पहनाकर कर विषेश श्रृंगार कराया गया मंदिर में दिनभर भक्तों का ताता लगा रहा। कालसर्प दोष निवारण अनुष्ठान के दौरान मांगीलाल, भेरूलाल सुराणा, गोपीलाल, कालूराम, सुशील, शेरू बन्ना, मोहनलाल, किशन सिंह सहित अनेक भक्त मौजूद थे

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