सांवलिया सेठ नौगांवा धाम में नौका विहार महोत्सव की दिव्य छटा, तैयारियां जोरों पर

Update: 2025-06-12 10:07 GMT
  • whatsapp icon

भीलवाड़ा। श्री सांवलिया सेठ मंदिर समिति नौगांवा, भीलवाड़ा की पावन धरा पर आगामी 14 और 15 जून को एक अलौकिक 'नौका विहार महोत्सव' का आयोजन होने जा रहा है। इस महापर्व को लेकर मंदिर परिसर में तैयारियां चरम पर हैं, कण-कण में भक्ति और आनंद का वास है। जैसे ही आप इस पुण्य धाम में प्रवेश करेंगे, भव्य टेंट और जगमगाती लाइटों से सुसज्जित यह प्रांगण आपको किसी दिव्य लोक का अनुभव कराएगा। हर भक्त का हृदय प्रभु के दर्शन और कृपा पाने को लालायित है, और यह वातावरण स्वयं ही दिव्य ऊर्जा से भर गया है।

मंदिर समिति के अध्यक्ष गोविंद प्रसाद सोडाणी ने बताया कि महोत्सव का 14 जून को सुबह 7:30 बजे दुग्धाभिषेक से मंगलमय शुभारंभ होगा, गौ माता के दुग्ध से प्रभु का अभिषेक होगा। सुबह 9 बजे प्रभु का विशेष और अद्भुत श्रृंगार किया जाएगा, जिससे उनकी छवि और भी मनोहारी हो जाएगी। दोपहर 12.15 बजे भव्य महाआरती होगी, जिसमें भक्तजन अपनी श्रद्धा के दीप प्रज्वलित कर प्रभु की स्तुति करेंगे, तत्पश्चात पावन नौका विहार का श्रीगणेश होगा। 15 जून: दोपहर 12:15 बजे एक और भव्य महाआरती का आयोजन होगा इसमें भक्तों को प्रभु के चरणों में अपनी भक्ति निवेदित करने का शुभ अवसर मिलेगा। शाम 7 बजे विशेष भजन संध्या का आयोजन किया गया है, जहाँ गोवत्स दिव्यांशु महाराज और उनकी मंडली अपनी अमृतवाणी से भजनों की सरिता बहाएगी और वातावरण को भक्ति रस से सराबोर करेगी।

श्री ठाकुर जी का दिव्य नौका विहार और अलौकिक मनोरथ

इस महापर्व का मुख्य आकर्षण है। कमल कुंड में श्री ठाकुर जी का दिव्य नौका विहार। कल्पना करें, प्रभु स्वयं कमल दल पर विराजकर नौका विहार कर रहे हैं, और उन पर अनवरत पुष्प वर्षा हो रही है। यह दृश्य न केवल नेत्रों को सुख प्रदान करेगा, बल्कि हृदय को भी शांति और आनंद से भर देगा। इसके साथ ही, भक्तों को कई मनोहारी झांकी मनोरथों के दर्शन होंगे, जो प्रभु की लीलाओं का सजीव चित्रण करेंगे। इस बार एक अद्वितीय 251 किलो 3000 आम का बगीचा (आम मनोरथ) सजाया जाएगा, जो प्रभु को समर्पित फलों का अनुपम दृश्य प्रस्तुत करेगा। विशेष रूप से, इस पावन अवसर पर सुंदर कुंज में श्रीनाथजी भी विराजेंगे, जिससे भक्तों को तीनों लोकों के नाथ के दर्शन का सौभाग्य प्राप्त होगा। यह केवल एक उत्सव नहीं, यह एक आध्यात्मिक यात्रा है, प्रभु के सान्निध्य का अनुभव है। इस भव्य धार्मिक अनुष्ठान को सफल बनाने के लिए कैलाश डाड, निश्चल बहेड़िया, मनीष बहेड़िया, भंवरलाल दरगढ़, मदनलाल धाकड़, चंद्रप्रकाश आगाल और हेमंत शर्मा सहित पूरी समिति दिन-रात निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रही है। उनका समर्पण और प्रभु के प्रति निष्ठा ही इस महोत्सव को इतना दिव्य और सफल बना रही है।

यह चतुर्थ अवसर है जब मंदिर में यह पावन कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, और हर बार से अधिक, इस बार इसे और भी भव्य तथा चिरस्मरणीय बनाने का संकल्प लिया गया है। हम सभी धर्मप्रेमी बंधुओं से करबद्ध प्रार्थना करते हैं कि इस पावन अवसर पर सपरिवार पधारें और श्री सांवलिया सेठ की असीम कृपा तथा आशीर्वाद प्राप्त करें। आपके आगमन से यह महोत्सव और भी गौरवशाली होगा।

Tags:    

Similar News