गर्भावस्था में ही तय कर सकते हैं संस्कार, 11 को प्रोजेक्टर से दिखाएंगे तरीके
भीलवाड़ा । गर्भस्थ शिशु को संस्कारित कैसे करें, इसे लेकर 11 अगस्त को दोपहर 3.30 बजे पहली बार नेशनल मेडिकल ऑर्गनाइजर व भारत विकास परिषद रामस्नेही हॉस्पिटल की दूसरी मंजिल स्थित सभागार में सेमिनार रखेगी। भाविप के प्रांतीय अध्यक्ष गोविंद सोडानी के अनुसार सेमिनार में जिन दंपतियों को संतान नहीं है और भविष्य में बुद्धिमान और संस्कारवान संतान प्राप्ति कैसे हो, इसे लेकर वर्षों से चल रहे शोध और अनुसंधान के आधार पर चर्चा होगी। साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे की हरकतों को प्रोजेक्टर से दिखाया जाएगा। जिन दंपतियों को कोई संतान नहीं है और भविष्य में अच्छी व संस्कारवान संतान है, उसे लेकर जानकारी दी जाएगी। सेमिनार में पिछले कई सालों से जारी शोध और अनुसंधान से मिली जानकारी से संबंधित चर्चा करने के साथ ही आने वाली संतान कैसी होगी व गर्भ में पल रहे बच्चे की हरकतों के बारे में समझाया जाएगा। शास्त्रार्थ विधि से भी इसे दम्पतियों को समझाएंगे। जामनगर के डॉ. हितेश भाई व इंदौर के प्लास्टिक सर्जन डॉ. अनिल गर्ग के साथ ही ज्योतिषाचार्य, पंडित, योगाचार्य आदि भी दंपतियों को विभिन्न विषयों की जानकारी देंगे। डॉ. हितेश भाई व सर्जन डॉ. अनिल गर्ग अपनी प्रेक्टिस के साथ ही दिव्य संतान प्रकल्प को आगे बढ़ाने में लगे हैं। वीडियो तैयार कर दोनों अपनी बातें आमजन तक पहुंचा रहे हैं, जिसका अब परिणाम मिलने लगा लगा है। सेमिनार में शहर के ज्योतिषाचार्य, योगाचार्य, स्त्री रोग विशेषज्ञ, पंडित, विद्वान व आयुर्वेदाचार्य के साथ ही नेशनल मेडिकल ऑर्गनाइजर के अध्यक्ष डॉ. जीवी दिवाकर व डॉ. सुरेश भदादा भी शामिल होंगे। सेमिनार में प्रोजेक्टर के माध्यम से गर्भस्थ बच्चे की विभिन्न क्रियाएं दिखाई जाएगी। जैसे जब मां गा रही होती है तो उसके गर्भ में पल रहा बच्चा भी गा रहा होता है। जब वह धूम्रपान कर रही होती है तो उसके गर्भ में पल रहा बच्चा चिड़चिड़ा होता है। जब मां हंस रही या स्वादयुुक्त कैप्सूल ले रही है तो उसके गर्भ में पल रहा भ्रूण खुशी प्रदर्शित कर रहा होता है। डॉक्टर और ज्योतिष रिसर्च रिपोर्ट भी दिखाएंगे।