भीलवाड़ा। दी इंस्टिट्यूट ऑफ़ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ़ इंडिया की भीलवाडा शाखा पर दुबई में चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए अवसर विषय पर एक सफल इंटरएक्टिव सत्र का आयोजन किया गया।
शाखा अध्यक्ष सीए आलोक सोमानी ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम सदस्यों को वैश्विक अवसरों से परिचित कराने के साथ-साथ उनके पेशेवर कौशल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में सहायक सिद्ध होते हैं।
इस अवसर पर दुबई से पधारे मुख्य वक्ता सीए सुनील पारीक ने सदस्यों को दुबई में बढ़ती मांग पर प्रकाश डालते हुए बताया कि भारतीय प्रोफेशनल्स अपनी तकनीकी दक्षता, ईमानदारी एवं प्रोफेशनल एथिक्स के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में विशिष्ट पहचान बना रहे हैं। उन्होंने प्रतिभागी सदस्यों को व्यावहारिक सुझाव देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय अवसरों के लिए निरंतर स्किल अपग्रेडेशन, सही नेटवर्किंग एवं स्थानीय कानूनों की समझ अत्यंत आवश्यक है। कार्यक्रम में उपस्थित सदस्यों ने दुबई में कार्य अनुभव, सैलरी स्ट्रक्चर, कार्य समय, प्रोफेशनल चुनौतियों एवं जीवन शैली से संबंधित प्रश्न पूछे, जिनका वक्ता द्वारा संतोषजनक एवं व्यावहारिक जवाब दिया ।
शाखा उपाध्यक्ष सीए दिनेश सुथार ने बताया कि कार्यक्रम के दुसरे सत्र के मुख्य वक्ता सीए मुरली अटल ने चार्टर्ड अकाउंटेंट सदस्यों के लिए भारत एवं विदेशों में उपलब्ध विविध प्रोफेशनल अवसरों पर विस्तृत प्रकाश डाला। उन्होंने कॉर्पोरेट सेक्टर, इंडिपेंडेंट प्रैक्टिस, स्टार्ट-अप एडवाइजरी, ऑडिट एवं एश्योरेंस, टैक्सेशन, फाइनेंशियल कंसल्टेंसी, रिस्क मैनेजमेंट तथा उभरते क्षेत्रों में उपलब्ध संभावनाओं की जानकारी दी।
शाखा सचिव सीए अक्षय सोडानी ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल करियर मार्गदर्शन का एक सशक्त मंच सिद्ध हुआ, बल्कि दुबई में कार्यरत चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के साथ संवाद एवं नेटवर्किंग का भी एक प्रभावी माध्यम बना। कार्यक्रम में लगभग 70 से अधिक सीए सदस्य उपस्थित थे |
