ऊंदरों का खेड़ा को पंचायत मुख्यालय बनाने की मांग

Update: 2025-11-25 11:43 GMT

ब‍िजौल‍ियां । पंचायत पुनर्गठन 2025 के तहत नवगठित ग्राम पंचायत ऊंदरों का खेड़ा को मुख्यालय घोषित किए जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन दिया।

ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने गाइडलाइंस के विपरीत मुख्यालय धनवाड़ा को घोषित कर दिया है,जबकि वहां मूलभूत सुविधाओं का अभाव है और वह जंगल क्षेत्र में स्थित होने से आमजन की पहुंच भी कठिन है।

ऊंदरों का खेड़ा सभी दृष्टियों से मुख्यालय के लिए उपयुक्त ग्राम है। यह एमडीआर–41 (नीमच–जयपुर) मुख्य सड़क पर स्थित है और यहां दो रोडवेज बसों सहित कई निजी वाहनों की उत्कृष्ट आवागमन सुविधा उपलब्ध है। ऊपरमाल रेलवे स्टेशन भी निकट होने से आमजन को सुगम यातायात मिलता है।

ग्रामीणों ने बताया कि यहां पंचायत भवन के लिए आवंटित 5 बीघा भूमि, तीन ई-मित्र केंद्र, स्थानीय मार्केट,राजकीय आयुर्वेदिक अस्पताल,स्वीकृत पशु चिकित्सालय भूमि, बिजली ग्रिड केंद्र,तीन विद्यालय तथा संचालित आंगनवाड़ी केंद्र जैसी सुविधाएं मौजूद हैं।

ग्रामीणों का कहना है कि धनवाड़ा दिखने में बड़ा राजस्व क्षेत्र है,लेकिन क्षेत्र में कई छोटी ढाणियों को जोड़कर बनाया गया है,जबकि मुख्यालय घोषित किए गए स्थान पर मात्र लगभग 20 घर हैं। इसके विपरीत ऊंदरों का खेड़ा में लगभग 300 घरों की आबादी निवास करती है,जो इसे मुख्यालय के लिए अधिक योग्य बनाती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि धनवाड़ा को मुख्यालय से हटाकर ऊंदरों का खेड़ा को पंचायत मुख्यालय घोषित किया जाए।

इस दौरान भंवर माली,प्रभु गुर्जर,नारायण गुर्जर, श्रद्धा बंजारा,फूल सिंह बंजारा,ठाकुर भाई बंजारा, देव गुर्जर, रामकिशन गुर्जर,लक्ष्मण बंजारा, हीरा लोहार,कालू तेली,रामदेव तेली उप सरपंच, रतन लोहार नंद सिंह, स्वराज सिंह, कैलाश लोहार, राधेश्याम तेली सोनू सेन गोपाल गुर्जर सहित उन्दरों का खेड़ा, किशोरपुरा, किशना का झोपड़ा,मांडयारडी,सांव जी का खेड़ा,भवान जी का खेड़ा,गुल जी का खेड़ा आदि गांवों के लोग उपस्थित रहे।

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