भीलवाड़ा में न‍िकली चौथी विशाल कावड़ यात्रा: 2100 कांवड़ियों ने हरणी महादेव मंदिर तक की यात्रा, दिखा नागपुर के कलाकारों का अद्भुत प्रदर्शन

Update: 2025-07-21 08:45 GMT
  • whatsapp icon

भीलवाड़ा। लेबर कॉलोनी, भीलवाड़ा से इस वर्ष भी, हर साल की तरह, विशाल कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा इस श्रृंखला की चौथी कड़ी थी, जिसमें जय भोले के जयकारों से शहर गुंजायमान हो उठा। लेबर कॉलोनी और नर्बदेश्वर महादेव मंदिर से शुरू होकर, यह कावड़ यात्रा शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरी, अंततः हरणी महादेव मंदिर पर समाप्त हुई।

इस भव्य शोभायात्रा में, नागपुर के "शिखंडी ग्रुप" के कलाकारों ने अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया। उन्होंने भगवान भोले की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की, जिसे देखकर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। कलाकारों ने ताशा और ढोल की थाप पर कई रोमांचक करतब दिखाए, जिसने लोगों को खूब आकर्षित किया। इन कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से यात्रा में एक नई ऊर्जा का संचार किया। हरियाणा के हिसार से आए कलाकारों ने भी यात्रा में चार चांद लगा दिए। उन्होंने अघोरी और महाकाल की बारात को कलात्मक ढंग से प्रस्तुत किया, जो दर्शकों को भगवान शिव के विभिन्न रूपों से परिचित करा रहा था। इन कलाकारों ने अपनी वेशभूषा और अभिनय से दर्शकों को भक्तिमय माहौल में सराबोर कर दिया।

इस वर्ष की कावड़ यात्रा में एक विशेष आकर्षण आदि कैलाश की झांकी थी, जिसे शहर में पहली बार प्रदर्शित किया गया। इस झांकी को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिसने यात्रा को और भी यादगार बना दिया।

पार्षद जितेंद्र सिंह राजावत ने बताया कि इस कावड़ यात्रा में इक्कीस सौ कांवड़ियों ने भाग लिया। इन सभी कांवड़ियों ने पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ हरणी महादेव मंदिर तक की यात्रा की। यात्रा के दौरान, जगह-जगह पर श्रद्धालुओं के लिए जलपान की व्यवस्था की गई थी।

इस धार्मिक आयोजन में कई प्रतिष्ठित संत और महात्मा भी शामिल हुए। काठिया बाबा बनवारी शरण महाराज, संकट मोचन हनुमान मंदिर के महंत बाबूगिरी जी महाराज, संतदास जी महाराज और मोहनशरण जी महाराज जैसे संतों ने अपने आशीर्वाद से यात्रा को धन्य किया। इन संतों की उपस्थिति ने यात्रा को और भी पवित्र बना दिया, और श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। यह कावड़ यात्रा न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह सामाजिक समरसता का भी प्रतीक है। इस यात्रा में सभी धर्मों और वर्गों के लोगों ने मिलकर भाग लिया, और आपसी भाईचारे का संदेश दिया। यह यात्रा भीलवाड़ा शहर की एकता और सांस्कृतिक विविधता का भी प्रतीक है। यह विशाल कावड़ यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न हुई, और इसने भीलवाड़ा शहर में भक्ति और उत्साह का माहौल बना दिया। यह कावड़ यात्रा हर वर्ष भीलवाड़ा में आयोजित की जाती है और यह शहर के सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक आयोजनों में से एक है।

Similar News