लड़की बांध पर चली चादर:: ओवरफ्लो होने पर पिकनिक मनाने पहुंचे लोग, प्रशासन अलर्ट

Update: 2024-08-24 13:30 GMT

रायपुर 24 अगस्त (विशाल वैष्णव ) जिले के रायपुर में स्थित क्षेत्र का सबसे बड़ा लड़की बांध लबालब हो चुका है। जिससे बांध पर चादर चलने लगी है, वर्तमान में 1 इंच की चादर चल रही है। जैसे ही लड़की बांध पर चादर चलने लगी तो आसपास के लोग बांध पर पिकनिक मनाने के लिए पहुंच गए। और पकोड़ी की दूकान भी लग गई है जिसको लेकर प्रशासन भी पूरी तरह अलर्ट हो गया है। वहीं खुद रायपुर उपखण्ड अधिकारी भरत जय प्रकाश मीणा व नायब तहसीलदार हस्तीमल महात्मा के नेतृत्व में प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी मौके पर मौजूद हैं। किसी भी व्यक्ति को ओवरफ्लो के नजदीक जाने के लिए मना किया जा रहा है। केवल पैदल व्यक्ति ही बांध के आसपास आकर अपनी आंखों से बांध की खूबसूरती निहार सकता है लेकिन ओवरफ्लो के समीप जाकर नहाना या फिर मस्ती करना किसी भी व्यक्ति को अलाउ नहीं किया जा रहा है।

रायपुर नायब तहसीलदार हस्तीमल महात्मा ने बताया कि 4 किलोमीटर के क्षेत्र में यह बांध फैला हुआ है और पूरी तरह मिट्टी का यह बांध है साथ ही लोगों से भी समझाइश की जा रही है कि वे ओवरफ्लो की जगह पर नहीं जाएं और सावधानी बरतें। बता दें कि लड़की बांध का पानी ओवर फ्लो होने से बांध का पानी सीधा भीलवाड़ा जिले के सबसे बड़े बांध मेजा बांध में जाता है जो जिले वासियों की प्यास बुझाता है और भीलवाड़ा के रायपुर उपखण्ड के सेजा क्षेत्र के लगभग 60 गावो के किसानों को कोठारी नदी के माध्यम से कुओं तालाबों का जल स्तर बढ़ेगा और लोगो को लाभ मिलेगा साथ ही लड़की बांध की नहर के माध्यम से रायपुर, सगरेव, जगपुरा,बोराणा, केमुनिया, सुरजपुरा के गावो के किसानों की लगभग 600 एकड़ भूमि की सिंचाई के लिए पानी मिलता है। इस बांध से सैकड़ों की संख्या में किसान लाभान्वित होते हैं। लड़की बांध से निकलने वाले पानी के फायदे की बात करें तो इस पानी का इसमें भीलवाड़ा वासियों की प्यास बुझाता है साथ ही जिले के रायपुर से भीलवाड़ा के बीच 65 किलोमीटर की दूरी के एरिया के लगभग 70 गांव शामिल है। यह लड़की बांध 1963 में बना था लड़की बांध

भीलवाड़ा जिले और राजसमंद जिले की सीमा पर बना हुआ है जिसकी रपट तो भीलवाड़ा जिले में है और आधा बांध राजसमंद में बना हुआ है जो कोठारी नदी पर स्थित है। बता दें कि एक बार फिर से लड़की बांध लबालब हो गया। इस बांध में पूर्व में 2014-2016, 2022-2023 में चादर चल गई थी पूर्व में बांध आवक 10 फिट थी जो समय अनुसार बदलाव करते हुए वर्तमान में 12 फिट आवक है ऐसे में इस बार फिर से बांध पूरा भरने से आसपास के गांवों सहित क्षेत्र वासियों में खुशी का का माहौल है।

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