भीलवाड़ा में चक्रवात का असर, 40 घंटे से जारी बारिश से बढ़ी ठंड और परेशानी
भीलवाड़ा हलचल बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में उठे चक्रवात का असर भीलवाड़ा जिले में भी मंगलवार दूसरे दिन भी देखने को मिला। शहरवासियों को सूर्य देव के दर्शन नहीं हुए। बरसात का दौर लगातार बना हुआ हे ठंडी हवाएं चल रही हे । जिसके चलते अधिकतम तापमान गिर गया। लोग गर्म कपड़ो में नजर आने लगे हे , बारिस ४० घंटो बाद भी थमने का नाम नहीं ले रही हे
मंगलवार सुबह छठ पूजा के लिए पानी में खड़ी होकर अर्घ्य देने वाली व्रती महिलाओं को भी बारिस और सर्दी ने खासा परेशान किया। कई जने सुबह के समय गर्म कपड़ों में नजर आए तो कुछ चाय की थड़ियों पर सुबह लोग अलाव तापते दिखे। शहर में भी रविवार देर रात से मंगलवार रात तक बरसात जारी हे ४० घंटे से भी ज्यादा समय से पानी बरस रहा हे जिससे सर्दी बढ़ी। वहीं जनजीवन भी प्रभावित हुआ मौसम विभाग ने बुधवार को भी बरसात का अलर्ट जारी किया है।
बेमौसम बारिश से खेतों में पानी भर गया है। किसानों ने अपनी फसल काट कर खेतो में छोड़ दी थी, उनके लिए यह बारिश नुकसानदेह साबित हो रही है। खेतों में रखी कटी हुई फसलें अब भीग गई हैं, जिससे खराब होने की आशंका है। कई जगहों पर खेतों में पानी भर जाने से नई बुवाई का काम भी रुक गया है। किसानों का कहना है कि यदि बारिश दो दिन और जारी रही तो नुकसान और बढ़ जाएगा।
लोगों ने निकाले गर्म कपड़े
भीलवाड़ा में दो दिन से लगातार हो रही बारिश और ठंडी हवाओं ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया है। अब तक जो लोग पंखे चला रहे थे, वे रजाई और स्वेटर निकालने लगे हैं। शहर में दिनभर लोग छाता और रेनकोट लेकर निकलते नजर आए। दुकानों पर भीड़ कम रही और कई इलाकों में बाजारों की रौनक फीकी पड़ गई। ठंडी हवाओं के कारण बच्चों और बुजुर्गों को सर्दी-जुकाम जैसी परेशानी भी होने लगी है। वहीं, चाय और पकौड़ों की दुकानों पर लोगों की भीड़ बढ़ गई है।
मौसम विभाग के अनुसार जिले में अगले दो दिन तक बादल छाए रहने और रुक-रुककर बारिश होने की संभावना है। लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
