महासती प्राची म.सा. का मंगल प्रवेश बुधवार को, विश्व नवकार दिवस पर नवकार महामंत्र का होगा आयोजन

आसींद
विश्व नवकार दिवस पर आसींद में इन्द्र मल भंवरी देवी प्रवचन हाल में जैन संघ द्वारा सामूहिक नवकार महामंत्र का जाप महासती प्राची म.सा.आदि ठाणा 4 के सानिध्य में आयोजित किया जाएगा। महासती प्राची म.सा. मंगलवार को प्रातः पुरानी परासोली से विहार कर आसींद में मंगल प्रवेश करेंगे।
श्रावक सुरेंद्र संचेती ने बताया कि नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप को लेकर संघ के सभी श्रावक- श्राविकाओ में अपार उत्साह दिखाई दे रहा है। 9 अप्रैल को पूरे विश्व में एक ही समय पर नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप किया जायेगा जो एक कीर्तिमान स्थापित करेगा। ज्ञात रहे कि आसींद में पिछले 4 वर्षों से लगातार हर रविवार को नवकार महामंत्र का सामूहिक जाप किया जा रहा है जो सभी के लिए अनुकरणीय है।
10 अप्रैल को सकल जैन समाज द्वारा महावीर जन्म कल्याणक महोत्सव मनाया जाएगा। प्रवचन हाल से प्रातः 8 बजे शोभायात्रा प्रारंभ होगी जो कस्बे के प्रमुख मार्गो से गुजरती हुई श्रीमाल वाटिका में धर्मसभा में परिवर्तित हो जायेगी।
प्रवचन हाल में विराजित महासती प्राची म.सा. की सुशिष्या साध्वी देवांशी म.सा. ने धर्म सभा में कहा कि व्यक्ति के जीवन में चिंता ही चिंता है इसको बदलकर चिंतन करने की जरूरत है। नकारात्मक विचारों को त्याग कर सकारात्मक सोच रखी जावे तो चिंता कम हो जायेगी। हमेशा धर्म के मार्ग पर बढ़ने का चिंतन करे। साध्वी द्वारा भगवान महावीर की गाथा का मधुर वाणी के साथ वाचन किया जा रहा है, जिसमें भगवान महावीर के 27 भव पर प्रकाश डाला जा रहा है। भगवान महावीर किस तरह तीर्थंकर बने यह इन 27 भव में बताया गया है उनके ऊपर कितने कष्ट आए उसके बावजूद वो धर्म के प्रति अडिग रहे। हर जीव में जिस दिन हमको परमात्मा नजर आयेगे उस दिन हम महावीर बन जायेगे। जीवन में समभाव और नम्रता लानी है और अंहकार का त्याग करना है। हम सभी भगवान महावीर की तरह साधना करे और उनके द्वारा बताए गए मार्ग पर चले तो हम भी महावीर बन सकते है। जीवन में क्षण मात्र का भी प्रमाद नहीं करे। साध्वी ब्राह्मी म.सा. ने भी धर्मसभा को संबोधित किया।