संस्कृत भाषा - वर्तमान विश्व विकास की महती आवश्यकता
भीलवाड़ा | महामंडलेश्वर हंसराज महाराज संस्कृत भारती के आवासीय भाषा बोधन वर्ग का हुआ शुभारंभ आज भीलवाड़ा स्थित हरी शेवा धाम परिसर में संस्कृत भारती चित्तौड़ प्रांत शाखा द्वारा पांच दिवसीय आवासीय भाषा बोधन वर्ग का शुभारंभ महाराज हंसराज जी हरीशेवा धाम के मुख्य अतिथ्य एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ चित्तौड़ प्रांत कार्यवाह डॉ़० शंकर लाल माली की अध्यक्षता में संपन्न हुआ। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं संस्कृत भारती चित्तौड़ प्रांत के सह मंत्री डॉ़ मधुसूदन शर्मा ने संस्कृत भारती द्वारा आयोजित विभिन्न विश्व व्यापी गतिविधियों की जानकारी देते हुए संस्कृत को जनभाषा बनाने में भाषा बोधन शिविरों के महत्व पर प्रकाश डाला। मुख्य अतिथि हंसराम जी महाराज ने संस्कृत भाषा के वैज्ञानिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संस्कृत भाषा वर्तमान परिप्रेक्ष्य में विश्व विकास की महती आवश्यकता है तथा संस्कृत भारती द्वारा संस्कृत भाषा के प्रचार प्रसार की भुरि-भुरि प्रशंसा की।
संस्कृत भारती भीलवाड़ा महानगर के अध्यक्ष एवं वर्ग संयोजक विष्णु पाराशर ने कार्यक्रम का परिचय देते हुए कहा कि आवासीय शिविर में भीलवाड़ा तथा आसपास की क्षेत्र से शताधिक शिविरार्थी भाग ले रहे हैं तथा वर्ग का संचालन 15 जून सांयकाल से 20 जून 2025 प्रातः काल तक किया जायेगा। अध्यक्षीय
उद्बोधन देते हुए डॉ शंकर लाल माली ने संस्कृत भाषा को सभी भाषाओं की जननी, संगणक हेतु सर्वोपयुक्त भाषा, देव भाषा,गिर्वाणी आदि रूप में संबोधित किया। कार्यक्रम में संस्कृत अनुरागी ओम शर्मा, विमलेश जी, स्वयंभू आचार्य, वेणुगोपाल पंचोली, संस्कृत भारती के कार्यकर्ता रामदयाल शर्मा, जगदीश शर्मा,अरविंद पारीक सहित हरीशेवा छात्राध्यापक शिक्षक प्रशिक्षण विद्यालय के समस्त अधिकारी गण उपस्थित रहें। कार्यक्रम का संचालन एवं आभार प्रदर्शन मोहनलाल खटीक द्वारा किया गया।