भागवत कथा में छाया कृष्ण एवं राम जन्म का उल्लास, हर तरफ बन गया खुशी का माहौल

Update: 2025-12-24 13:36 GMT

भीलवाड़ा,। बधाई हो बधाई के साथ हर तरफ गूंज नंद के आनंद भैयो जय कन्हैयालाल की हो रही थी। नंदजी के अंगना में बज रही आज बधाई, सजा दो घर को गुलशन सा जैसे गीतों पर सैकड़ो भक्तगण एक साथ खुशी से झूम रहे थे, बच्चा हो या बुर्जुग, महिला हो या पुरूष हर श्रद्धालु खुशी के सागर में डूबकी लगाने को उतारू था, कोई अपनी खुशी जताने से पीछे नहीं रहना चाहता था। हर चेहरे पर उल्लास छाया हुआ था और सभी तारणहार कृष्ण जन्म की खुशी में डूबे हुए थे। ये नजारा बुधवार दोपहर शहर के रोडवेज बस स्टेण्ड के पास अग्रवाल उत्सव भवन में बुधवार को पोरवाल परिवार की ओर से सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा महोत्सव के चौथे दिन सोजत रामद्वारा के रामस्नेही संत  मुमुक्षु राम  महाराज के सानिध्य में   राम चरित्र एवं   कृष्णजन्म नंदोत्सव प्रसंग के वाचन के दौरान साकार हुआ। कथा में हनुमान टेकरी के महन्त बनवारीशरण काठियाबाबा का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। कथा के दौरान जब कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया तो ऐसा लगा मानों कथास्थल अग्रवाल उत्सव भवन ही नंदगांव बन गया हो। व्यास पीठ पर विराजित संत   मुमुक्षु राम  महाराज के बधाई गीतों के साथ सैकड़ो भक्त झूमते रहे और एक-दूसरे को कृष्ण जन्मोत्सव की बधाईयां देते रहे। कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग में वासुदेव, आदि की सजीव झांकियों ने भक्तों का मन जीत लिया। वासुदेव टोकरी में रख बाल गोपाल को लेकर मंच पर पहुंचे तो हर तरफ भगवान कृष्ण के जयकारे लगते रहे। भगवान कृष्ण का जन्मोत्सव मनाने के दौरान पुष्पवर्षा होती रही और श्रद्धालु खुशी से झूमते हुए नृत्य करते रहे। कृष्ण जन्मोत्सव मनाने के लिए पांडाल में विशेष सजावट की गई थी। संत मुमुक्षु रामजी महाराज ने कहा कि भगवान का अवतार पुण्यात्माओं की रक्षा करने एवं पापियों का नाश करने के लिए होता है। जब भी धरती पर अधर्म बढ़ता है तो भगवान धर्म की स्थापना के लिए किसी न किसी माध्यम से अवतार लेते है। कथा के दौरान भगवान विष्णु के वामन अवतार प्रसंग का जिक्र करते हुए दैत्यराज बलि की दान महिमा भी बताई। दाता हमेशा श्रेष्ठ होता है और जीवन में दान की भावना हमेशा रखनी चाहिए। संत   मुमुक्षु रामजी महाराज ने राम जन्म प्रसंग की चर्चा करते हुए कहा कि श्रीमद् भागवत कथा होने से संक्षिप्त में इसका वर्णन आया है लेकिन राघव के चरित्र का वर्णन मानव के बस की बात नहीं है। जीवन में राम के चरित्र का अनुसरण करे तो कल्याण हो जाएगा। इस प्रसंग के दौरान श्रद्धालु झीनी झीनी उड़े रे गुलाल अवध में जैसे भजन पर झूम उठे। कथा महोत्सव में चौथे दिन रामावतार व कृष्ण जन्मोत्सव प्रसंग आने से श्रद्धालु संगीतमय भक्तिरस में डूबे रहे। गंगा रानी जय हो महारानी, मैं तू हूं भक्तों का दास, हरि कृष्ण हरे कृष्णा आदि भजनों से भक्ति की ऐसी रसधारा प्रवाहित हुई जिसमें डूबकर श्रद्धालु जमकर नृत्य करते रहे। चौथे दिन कथा में व्यास पीठ का आशीर्वाद प्राप्त करने वाले अतिथियों में अखिल भारतीय माहेश्वरी सभा के पूर्व सभापति रामपाल सोनी, कंचन ग्रुप के चेयरमैन लादूराम बांगड़, उद्यमी  गोपाल राठी, महेश प्रगति संस्थान के उपाध्यक्ष फतहलाल जैथलिया,नगर माहेश्वरी सभा के अध्यक्ष केदार गगरानी, जिला माहेश्वरी सभा के कोषाध्यक्ष एवं महेश प्रगति संस्थान के सचिव सुशील मरोटिया आदि शामिल थे। अतिथियों का स्वागत पोरवाल परिवार के सदस्यों ने किया। कथा प्रारंभ एवं समापन के अवसर पर श्रद्धालुओं ने व्यास पीठ की आरती की। श्रीमद् भागवत कथा का वाचन प्रतिदिन दोपहर एक से शाम 5 बजे तक हो रहा है। कथा में पांचवे दिन गुरूवार को श्रीकृष्ण बाल लीला, गोवर्धन पूजा प्रसंग का वाचन होगा।

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