
भीलवाडा । माननीय खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा के निर्देश पर 03 दिसम्बर 2024 को पूरे प्रदेश में महत्वाकांक्षी गिवअप अभियान की शुरूआत हुई जिसका व्यापक असर पूरे प्रदेश में पड़ा एवं आज दिनांक तक भीलवाड़ा जिले में लगभग 13500 लोगों ने गिवअप योजना के लाभ का त्याग किया।
जिला रसद अधिकारी ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री की 2014 की गैस सब्सिडी गिवअप योजना की तर्ज पर माननीय खाद्य एव नागरिक आपूर्ति मंत्री ने एनएफएसए योजना का आगाज किया जिसके तहत अपात्र लाभार्थियों जो परिवार जिसमें कोई आयकरदाता हो, ऐसा परिवार जिसका कोई सदस्य सरकारी, अर्द्ध सरकारी, स्वायत्तशासी संस्थाओं में कर्मचारी, अधिकारी हो, एक लाख से अधिक वार्षिक पारिवारिक आय हो एवं परिवार में किसी सदस्य के पास चार पहिया वाहन हो (ट्रेक्टर आदि जीविकोपार्जन में प्रयुक्त वाहन को छोड़कर) निष्कासन सूची में आते हैं से अपील की है कि वे स्वेच्छा से जनहित में एनएफएसए योजना के लाभ का त्याग करें। उसके बाद अपात्र पाये जाने पर नियमानुसार 27 रूपये प्रति किलोग्राम से उनसे खाद्यान्न की वसूली की जायेगी एवं विधिक कार्यवाही की जायेगी।
उन्होंने बताया कि पूर्व में यह योजना 31 मार्च 2025 तक लागू थी किन्तु सरकार ने इसकी अन्तिम तिथि बढ़ाकर 30 अप्रेल 2025 कर दी है। सरकार की मंशा है कि एनएफएसए योजना में शामिल अपात्र व्यक्तियों को योजना से हटाकर एनएफएसए योजना के लाभ से वंचित गरीब परिवारों को एनएफएसए योजना में शामिल कर उन्हें संबल बनाया जाये। गिवअप योजना के तहत पूरे प्रदेश में लाखों व्यक्तियों ने एनएफएसए सूचियों से अपना नाम हटा लिया है। यही कारण है कि 26 जनवरी 2025 से 31 मार्च 2025 तक पूरे प्रदेश में 15 लाख से अधिक वंचित पात्र लोगों को एनएफएसए योजना में शामिल किया गया है। केवल भीलवाड़ा जिले में अब तक 50 हजार से भी अधिक व्यक्तियों को एनएफएसए योजना से लाभान्वित किया गया है।