RBI ने बदला चेक क्लियरिंग सिस्टम: 4 अक्टूबर से पैसे एक घंटे के भीतर आएंगे खाते में

Update: 2025-08-30 16:54 GMT


मुंबई, : भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चेक क्लियरिंग प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव की घोषणा की है। नया सिस्टम, जिसे 'Continuous Clearing and Settlement on Realisation' नाम दिया गया है, 4 अक्टूबर 2025 से लागू होगा। इस बदलाव से चेक क्लियरिंग में लगने वाला समय नाटकीय रूप से कम हो जाएगा, और ग्राहकों को उनके पैसे एक घंटे के भीतर खाते में प्राप्त होंगे।

चेक क्लियरिंग में आएगी तेजी

वर्तमान में चेक ट्रंकेशन सिस्टम (CTS) के तहत चेक को बैचों में प्रोसेस किया जाता है, जिसके कारण क्लियरिंग में एक से दो कार्यदिवस लगते हैं। नए सिस्टम के तहत, सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक बैंक में जमा किए गए चेक तुरंत स्कैन किए जाएंगे और क्लियरिंग हाउस को भेजे जाएंगे। इससे प्रक्रिया में तेजी आएगी, और ग्राहकों को उनके पैसे उसी दिन मिल सकेंगे।

दो चरणों में लागू होगा नया सिस्टम

RBI ने इस नए सिस्टम को दो चरणों में लागू करने का फैसला किया है:

पहला चरण (4 अक्टूबर 2025 से 2 जनवरी 2026 तक):

इस चरण में, बैंकों को जमा किए गए चेक की पॉजिटिव (स्वीकृत) या नेगेटिव (अस्वीकृत) पुष्टि शाम 7 बजे तक करनी होगी। यदि बैंक इस समय सीमा में पुष्टि नहीं करता, तो चेक को स्वीकृत मानकर सेटलमेंट के लिए शामिल कर लिया जाएगा।

दूसरा चरण (3 जनवरी 2026 से):

इस चरण में नियम और सख्त होंगे। बैंकों को चेक की पुष्टि तीन घंटे के भीतर करनी होगी। उदाहरण के लिए, सुबह 10:00 से 11:00 बजे के बीच जमा चेक की पुष्टि दोपहर 2:00 बजे तक करनी होगी। यदि पुष्टि नहीं होती, तो चेक स्वतः स्वीकृत माना जाएगा।

एक घंटे में खाते में आएंगे पैसे

सेटलमेंट पूरा होने के बाद, क्लियरिंग हाउस पुष्टि विवरण बैंकों को भेजेगा। इसके बाद, बैंकों को ग्राहक के खाते में पैसे एक घंटे के भीतर जमा करने होंगे, बशर्ते सभी मानक सुरक्षा जांच पूरी हों। यह प्रणाली चेक आधारित लेनदेन को डिजिटल भुगतान की गति के करीब लाएगी।

RBI का उद्देश्य

RBI का कहना है कि इस नए सिस्टम का मुख्य उद्देश्य चेक क्लियरिंग की दक्षता बढ़ाना, सेटलमेंट जोखिम को कम करना, और ग्राहकों को तेज और सुरक्षित सेवा प्रदान करना है। बैंकों को निर्देश दिया गया है कि वे इस बदलाव के लिए अपनी प्रणालियों को तैयार करें और ग्राहकों को नए समय-सीमा के बारे में सूचित करें।

ग्राहकों के लिए सला

ग्राहकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बैंक से नई चेक क्लियरिंग प्रक्रिया और संभावित आंतरिक होल्ड नीतियों के बारे में जानकारी लें। यह बदलाव चेक आधारित लेनदेन को और अधिक सुविधाजनक और विश्वसनीय बनाएगा, जिससे ग्राहकों को त्वरित फंड उपलब्धता का लाभ मिलेगा।

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