साथ जिएंगे और मरेंगे: सास-दामाद के बाद अब समधी-समधन को ले भगा ,आधी रात को समधन से मिलने आता था समधी

शायद अब रिश्तो की कोइ अहमियत नहीं रह गई हे वो एक कहावत हे की दिल आया गधी .... सच होती दिख रही हे,लोग इस बात पर चर्चा कर रहे हैं कि आखिर हमारे समाज को क्या होगा गया है. खासकर शादीशुदा लोगों को, जो अपने प्यार को पाने के लिए किसी हद को पार करने में जरा भी नहीं झिझक रहे. पिछले एक पखवाड़े में कई तरह के मामले देखने में आये हे .अलीगढ़ में एक महिला अपने दामाद के साथ ही भाग गई और उसे अपना पति बना लिया। उसी तरह बदायूं की एक महिला अपने समधी के साथ ही चली गई। उसी समधी के बेटे को उसकी बेटी ब्याही थी। मामला सामने आने के बाद पति ने अपने समधी के खिलाफ शिकायती पत्र पुलिस को दिया। पुलिस ने जांच की तो पता चला कि महिला अपने भाई के घर है। वह दातागंज कोतवाली पहुंचेगी तब पूरा सच सामने आएगा।

कोतवाली क्षेत्र के एक गांव निवासी महिला की बेटी की शादी बदायूं शहर में हुई है। उसके बाद से दोनों परिवारों का एक-दूसरे के घर आना जाना हो रहा था। बेटी का ससुराल भी अपने समधी के घर पर खूब आता जाता था। उसका समधी ट्रक चालक है, जिससे वह अक्सर बाहर रहता था। इससे समधी की मुलाकात समधन से होती थी। इसी दौरान दोनों का प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। महिला लंबे समय से समधी को घर बुलाकर संबंध बना रही थी. अचानक दोनों अब जेवर और नकदी लेकर फरार हो गए हैं.
महिला के पति ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले समधी किराये की गाड़ी लेकर आया और उसकी पत्नी को ले गया। बताया जा रहा है कि इसके बारे में परिवार वालों को भी जानकारी थी। महिला के चार बच्चे हैं। सबसे बड़ी बेटी की शादी समधी के बेटे से हुई है। उससे छोटी एक बेटी और दो बेटे हैं। इससे उन्होंने महिला का पीछा भी नहीं किया लेकिन पुलिस को तहरीर दी।
इस पर पुलिस का कहना है कि महिला ने खुद को अपने भाई के घर पर होना बताया है। वह कोतवाली आकर अपने बयान दर्ज कराएगी। वह जिसके साथ जाना चाहेगी, चली जाएगी।महिला के पति ने बताया कि उसकी पत्नी कोई पहली बार समधी के साथ नहीं गई है। वह तीसरी बार उसके साथ गई है। जब भी बच्चे उसे रोकने का प्रयास करते थे। तो वह उन्हें पीटने को कहती थी।