चित्तौड़ के तस्कर को गांव से नहीं पकड़े पाई तो जाल बिछा नीमच में फार्म हाउस से पुलिस ने किया गिरफ्तार
चित्तौड़गढ़( हलचल) जिले के कनेरा घाटा क्षेत्र के अफीम तस्करी में शातिर एक रसूखदार पंच पटेल को पुलिस उसके गांव में घुसकर गिरफ्तार नहीं कर पा रही थी, जोधपुर की पुलिस को कल मौका हाथ लगते ही जाल बिछाकर नीमच के एक फार्म हाउस से दबोच लिया।
साइक्लोनर टीम ने शातिर मादक पदार्थ तस्कर चित्तौड़गढ़ के कनेरा के रसूखदार पंच पटेल को गिरफ्तार किया है। ऑपरेशन रक्तिस रज्जू के तहत इसे पकड़ने के लिए साइक्लोनर टीम ने कई दिनों तक मध्यप्रदेश में डेरा डाला। पिंडवाड़ा पुलिस को एक साल से इसकी तलाश थी।
आईजी (जोधपुर रेंज) विकास कुमार ने बताया- पिंडवाड़ा पुलिस का वांछित चित्तौड़गढ़ के कनेरा थानांतर्गत गुंदारेल निवासी रोडीवाल एक साल से फरार था। पिछले साल मई महीने में मादक पदार्थों की बड़ी खेप बरामदगी के मामले में वह वांछित था। बदमाश अपने बंजारा समाज का पंच है, जो समाज में पटेलायत की आड़ में मादक पदार्थ की बड़ी तस्करी का नेटवर्क चलाता था। उसकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित हो रखा था। ऐसे शातिर की तलाश के लिए साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन रज्जू चलाया।
जोधपुर आईजी ने बताया- आरोपी रोडीवाल रामदेवरा की धार्मिक यात्रा करने आया, तब उसने मारवाड़ के कई तस्करों से भी संपर्क बना लिए। इस दौरान उसने खुद व संबंधियों के नाम अफीम के पट्टे सरकार से जारी होना बताता रहा। पटेल रोडीवाल अपने इलाके के अफीम पट्टाधारियों से मादक पदार्थ खुद के पास रखता और बड़ी मात्रा इकट्ठी होने पर वह उसे मारवाड़ के तस्करों को सप्लाई कर देता। इसके बदले उसे अच्छी खासी रकम कमीशन के रूप में मिल जाती। इसी से होने वाली बेशुमार अवैध कमाई से वह विलासी जीवन जीने लगा और अपने संपर्क बढ़ाकर उसने खुद की पत्नी के नाम भी अफीम का पट्टा जारी करवा लिया।
खुद के इलाके में खुलेआम घूमता
अफीम तस्करी के मामले में वांछित रोडीवाल की गिरफ्तारी पर गत वर्ष 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। इसके साथ ही पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी, लेकिन उसे उसी के गांव से पकड़ना इतना आसान नहीं था, क्योंकि पूरे इलाके में उसका खासा रसूख था। तस्करों के गढ़ में खुद सुरक्षित रोडीवाल खुलेआम घूमता, लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पा रही थी।
आईजी ने बताया- बेखौफ हो चुका रोडीवाल समाज की पंचायत के सिलसिले में मध्यप्रदेश गया था और इसकी सूचना निंबाहेड़ा में डेरा डाले बैठी साइक्लोनर टीम को भी लगी। तब टीम ने उसके गांव गुंदारेल में घुसकर जोखिम उठाने की बजाय एमपी में ही जाल बिछाया। मध्यप्रदेश में रोडीवाल को दो पक्षों के विवाद को सुलझाने पर शुल्क या उपहार के रूप में दो तोला वजनी सोने के गोखरू मिले थे।
साइक्लोनर टीम ने अपने खास मुखबिर के जरिए वो ही गोखरू बेचने और उससे मिलने वाले रुपयों से मौज मस्ती के बहाने तस्कर को नीमच स्थित एक फार्म हाउस पर बुलाया। पुलिस के जाल में फंसा शातिर रोडीवाल चिह्नित फार्म हाउस पर पहुंचा, तो वहां पहले से मौजूद पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा। टीम में एसआई कन्हैयालाल, प्रमीत चौहान के साथ पूरी साइक्लोनर टीम को रेंज आईजी द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा।