गर्मी का सितम जारी,: भीषण गर्मी में जल स्त्रोतों को सूखना बन रहा चिंता का विषय
गर्मी का सितम जारी, जनजीवन प्रभावित
चित्तौड़गढ़। इस वर्ष गर्मी का प्रकोप अधिक होने के साथ ही पारा 46 डिग्री पार होने से जनजीवन तो खासा प्रभावित हो ही रहा है, लेकिन विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक दुर्ग सहित जिले भर के जल स्त्रोत भी अब सूखने लगे जो आने वाले दिनों मंे चिंता का विषय बन सकता है। मई माह में झुलसाने वाली और प्रचण्ड गर्मी के कारण जिले के विभिन्न क्षेत्रों में जल स्त्रोतों के सूखने से पेयजल की समस्या शुरू हो गई, जिसको लेकर जिला कलक्टर प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर अधिकारियों को पेयजल की समस्या को दूर करने के लिये निर्देशित कर चुके है। शहर मे मध्य से गुजरने वाली गंभीरी नदी भी सूखने के कगार पर है तो वही दुर्ग स्थित 84 कुंड तालाब जो रियासत काल से ही पेयजल के स्त्रोत हुआ करते थे, वे भी आज सूख चुके है। समय रहते मानसून नहीं आने पर जल स्त्रोतों के सूखने से केवल मानव ही नहीं पशु पक्षियों के लिये भी पेयजल की समस्या खड़ी हो सकती है।