खाटू श्यामजी में सड़कों पर उतरे लोग: पूरा बाजार बंद; भजनलाल सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा
सीकर । खाटूधाम में 100 करोड़ की लागत से कॉरिडोर बनने से पहले ही व्यापारी संगठनों ने भजनलाल सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। व्यापारी संगठनों ने गुरुवार को सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। खाटूधाम के मास्टर प्लान 2041 के विरोध में सुबह से ही श्याम नगरी पूर्णतया बंद है। संघर्ष समिति के आह्वान पर बंद का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। खाटूधाम में सभी बाजारों की दुकानों सहित होटल, धर्मशाला और गेस्ट हाउस बंद है। ई-रिक्शा ने भी बंद का समर्थन किया है। बंद समर्थकों ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार ने मांग नहीं मानी तो आने वाले समय में खाटूधाम को लंबे समय तक बंद कर दिया जाएगा।
व्यापारी संगठन खाटूधाम के मास्टर प्लान 2041 को खारिज करने की मांग कर रहे है। बंद समर्थकों का आरोप है कि मास्टर प्लान को लेकर खाटूश्यामजी कस्बे के रहने वाले लोगों से कोई राय नहीं ली गई। ऐसे में मास्टर प्लान लागू होने से खाटूश्यामजी कस्बा पूरी तरह तहस-नहस हो जाएगा। कस्बे के कई लोगों की जमीन इस मास्टर प्लान में चली जाएगी और वो रोड पर आ जाएंगे। इसके अलावा खाटूश्यामजी में रहने वाले लोगों को भी भारी नुकसान होगा।
लंबे समय तक खाटूधाम को बंद करने की चेतावनी
संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का कहना है कि खाटूश्यामजी मास्टर प्लान 2041 का प्रारूप धरातल से मिलान नही खा रहा है। इसमें आम जनता और व्यापारियों को नुकसान होगा। ऐसे में बंद किया है। आज सुबह से ही खाटूश्यामजी में दुकानें बंद है। साथ ही मास्टर प्लान 2041 को रद्द करने की मांग की। अगर भजनलाल सरकार ने हमारी मांग नहीं मानीं तो आने वाले समय में लंबे समय तक खाटू श्यामजी को बंद किया जा सकता है।
बंद के चलते श्रद्धालु परेशान
संपूर्ण बाजार बंद होने के चलते श्रद्धालुओं को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं को खाने पीने की वस्तु सहित आवास की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। वहीं, ई-रिक्शा चालकों द्वारा बंद को समर्थन देने से श्रद्धालुओं को पैदल ही आने-जाने को मजबूर होना पड़ रहा है।