मुनि श्रुतधरनंदी महाराज ने ससंग बलीचा में सुप्रकाशमति ध्यान केंद्र के दर्शन कर ध्यान किया

Update: 2024-09-29 10:14 GMT

उदयपुर। गोवर्धन विलास हिरण मगरी सेक्टर 14 स्थित गमेर बाग धाम में श्री दिगम्बर जैन दशा नागदा समाज चेरिटेबल ट्रस्ट एवं सकल दिगम्बर जैन समाज के तत्वावधान में गणधराचार्य कुंथुसागर गुरुदेव के शिष्य बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज, मुनि उत्कर्ष कीर्ति महाराज, क्षुल्लक सुप्रभात सागर महाराज के सान्निध्य में प्रतिदिन वर्षावास के आयोजन की धूम जारी है।

चातुर्मास समिति के महावीर देवड़ा, पुष्कर जैन भदावत ने बताया कि रविवार प्रात: 5.30 बजे मुनि श्रुतधरनंदी गुरुदेव ससंग तीर्थ दर्शन के लिए बलीचा स्थित सुप्रकाशमति ध्यान केंद्र पहुंचे जहां पर मुनि संघ ने सभी मंदिरों में दर्शन किए एवं ध्यान किया। उसके बाद श्रावक-श्राविकाओं के साथ विहार करते हुए पुन: चातुर्मास स्थल गेमर बाग धाम में पहुंचे जहां दैनिक प्रवचन हुए।

सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, महामंत्री सुरेश पद्मावत व चातुर्मास समिति के विजयलाल वेलावत व हेमेन्द्र वेलावत ने संयुक्त रूप से बताया कि इस दौरान आयोजित धर्मसभा में बालयोगी युवा संत श्रुतधरनंदी महाराज ने कहा कि अभिहया का पाप करने वालों की जिंदगी में टांग खींचने वाले ज्यादा और मदद करने वाले कम होते है। अभिहया का मतलब किसी का रास्ता रोका हो तो वह आपकी जिंदगी में रास्ता रोकने जरूर आएगा। आप चाहते हो हर कोई आपका मददगार बने तो दूसरों के रास्ते रोकना बंद करो। जो अपने आपको समाज का सर्वेसर्वा समझते है वह दूसरों की बढ़ती देख परेशान हो जाते है। ऐसे के जीवन में साता देने वाले कम सताने वाले ज्यादा आते है। राम को जंगल में भी सहयोग करने वाले मिल गए और हमने अभिहया का पाप किया तो घर में भी टांग खीचने वाले है।

चातुर्मास समिति के दिनेश वेलावत व कमलेश वेलावत ने बताया रविवार को बालयोगी युवा संत मुनि श्रुतधरनंदी महाराज के सान्निध्य में श्रावक-श्राविकाओं ने गमेर बाग धाम में बिराजित मूलनायक भगवान की नित्य नियम पूजा-अर्चना की। उसके बाद पंचामृत अभिषेक एवं शांतिधारा की। वहीं कई श्रावक-श्राविकाओं ने मुनि संघ से आशीर्वाद लिया। चातुर्मास समिति के भंवरलाल गदावत ने बताया कि मुनिश्री का पाद प्रक्षालन, दीप प्रज्जवलन, धर्मसभा के पूर्व शंतिधारा, अभिषेक, शास्त्र भेंट, चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्वलन जैसे मांगलिक आयोजन हुए। शाम को सभी श्रावक-श्राविकाओं ने मुनि संघ की आरती की।

इस अवसर पर अध्यक्ष शांतिलाल वेलावत, विजयलाल वेलावत, पुष्कर जैन भदावत, महावीर देवड़ा, दिनेश वेलावत, कमलेश वेलावत, भंवरलाल गदावत, सुरेश पद्मावत, देवेन्द्र छाप्या, ऋषभ कुमार जैन, भंवरलाल देवड़ा, मंजु गदावत, लक्ष्मी देवड़ा, सीता देवड़ा, जयश्री देवड़ा, अल्का भदावत, लक्ष्मी सिंघवी, सुशीला वेलावत, बसन्ती वेलावत, भारती वेलावत, शिल्पा वेलावत, अल्पा वेलावत सहित सकल जैन समाज के सैकड़ों श्रावक-श्राविकाएं मौजूद रहे।

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