देबारी–काया बाईपास पर सर्विस रोड और अंडरपास की मांग तेज, पेराफेरी जिला संघर्ष समिति भी आंदोलन के समर्थन में उतरी
उदयपुर। देबारी–काया बाईपास पर रानी जी की बावड़ी, पारा खेत सहित आसपास के गांवों को जोड़ने के लिए सर्विस रोड की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन को अब पेराफेरी जिला संघर्ष समिति का भी समर्थन मिल गया है। समिति ने मेवाड़ किसान संघर्ष समिति की मांग को जायज बताते हुए जल्द सर्विस रोड का सर्वे करवाकर आमजन को राहत देने की मांग उठाई है।
समिति ने देबारी से अंबेरी तक सर्विस रोड निर्माण और तीन स्थानों पर अंडरपास बनाने की आवश्यकता जताई है। इन्हीं मुद्दों को लेकर प्रतिनिधि मंडल ने एनएचएआई प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनिल चौधरी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन सौंपा। चौधरी ने आश्वासन दिया कि मांगों पर शीघ्र सर्वे करवाकर रिपोर्ट आरओ कार्यालय भेजी जाएगी।
पिंडवाड़ा सिक्स-लेन पर देबारी से अंबेरी के बीच 7 किलोमीटर लंबे मार्ग पर अभी तक कोई सर्विस रोड या अंडरपास नहीं बनाया गया है। इससे देबारी, नला फला जिंक, ढिंकली और अंबेरी सहित चार पंचायतों और लगभग एक दर्जन कन्वर्टेड आवासीय कॉलोनियों के करीब 25 हजार लोग प्रभावित हो रहे हैं। केवल दो मीडियम ओपनिंग होने से ग्रामीणों को मजबूरन रॉन्ग साइड से आवागमन करना पड़ रहा है, जिससे हादसों की आशंका बढ़ गई है।
संघर्ष समिति ने देबारी माताजी का खेड़ा–नला फला, बेडवास से वाडा, ढीकली प्रेस कॉलोनी 100 फीट रोड हाईवे कनेक्टिविटी प्वाइंट तथा मेहरों का गुड़ा–ढीकली गांव को जोड़ने वाले मार्गों पर अंडरपास की मांग रखी है। समिति का कहना है कि इन स्थानों पर अंडरपास बनने से पुरानी आबादी वाली बस्तियों, गांवों और नाकोडा पार्श्वनाथ विलास, रौनक विहार, सांवरिया नगर, गज विहार समेत एक दर्जन से अधिक कॉलोनियों के निवासियों, स्कूली बच्चों और किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।
इस दौरान पेराफेरी संघर्ष समिति संयोजक चंदन सिंह देवड़ा, पूर्व देबारी मंडल अध्यक्ष नंदलाल वेद, मोहन सिंह, अक्षय प्रजापत, ढीकली सरपंच भूरीलाल गमेती, अंबेरी सरपंच बाबूलाल गमेती सहित कई लोग मौजूद रहे।
