अवैध रूप से संचालित माइनिंग व मिनरल्स बंद करवाने के लिए ग्रामीणों ने सौंपा ज्ञापन
उदयपुर, । उदयपुर जिले के कानोड़ तहसील के पाणुन्द गांव में अवैध रूप से संचालित माइनिंग व मिनरल्स के विरोध में मंगलवार को उदयपुर जिला कलेक्टर एवं संभागीय आयुक्त को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत पाणुन्द पटवार हल्का-पाणुन्द भू.अभि.नि. क्षेत्र कानोड, तह. वल्लभनगर, उदयपुर भूमि आराजी नं. 441 स्थित है। जो गांव पाणुन्द के आबादी क्षेत्र से मात्र 800 मीटर की दूरी पर स्थित है। उक्त भूमि के पास पानी का एकमात्र स्त्रोत एक सार्वजनिक तालाब, आस-पास में कृषि भूमि, बच्चों का खेल का मैदान पेड-पौधे पशुधन आदि स्थित है। भू माफियाओं की ओर से लगातार पहाड़ी क्षेत्र का अवैध खनन किया जा रहा है। जिससे भविष्य में कभी भी तालाब को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही ग्रामीणों ने बताया कि उक्त भूमि के पास में आराजी नं. 464/1, 441 में सिंचाई परियोजना पाणुन्द के नाम से भी सरकार द्वारा स्वीकृत है जो कि भविष्य के लिए कृषि हेतु एक बडा मुख्य पानी का स्त्रोत है और माइंस से जो बारीक पाउडर वेस्टेज बहकर जा रहा है वह निकटवर्ती गौमती नदी में जा रहा है, जिस नदी से जयसमंद झील जल से भरती है। अवैध खनन कर रखा है। इनमें चलने वाले बड़े-बड़े डम्पर सडक़ को पुरी तरह से गड्ढों में बदल दिया है। जिससे ग्राामीणों के साथ-साथ आने-जाने वाले राहगीर भी परेशान है। ग्रामीण लक्ष्मीलाल डूंगावत व हीरालाल गोकलावत ने बताया कि सरकार की ओर से प्रशासन गांव के संग शिविर जब गांव में लगा था उस समय में भी ग्रामीणों ने एसडीएम व तहसीलदार को भी ज्ञापन दिया था लेकिन उस शिविर में भी कोई समाधान नहीं निकला। ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर एवं संभागीय आयुक्त से उक्त ज्ञापन पर संज्ञान लेते हुए ग्रामीणों के हित में फैसला लेकर उचित कार्रवाई करवाने की मांग की है। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त भूमि पर विपक्षी गणों द्वारा स्टोन मिनरल्स प्लांट लगा दिए है तथा उनका संचालन किया जा रहा है। उक्त भूमि पर स्थित प्लांट आबादी क्षेत्र कृषि भूमि एवं सार्वजनिक तालाब के पास होने से पूर्णतया अवैध रूप से संचालित किए जा रहे है। ज्ञापन देने में ग्रामीण लक्ष्मीलाल डूंगावत, हीरालाल पतावत, नाथूलाल धूलावत, हीरालाल गोकलावत, भगवती प्रसाद हीरावत, गणेशलाल डूंगावत, नारायण हीरावत, जमनेश डूंगावत, निर्मल डूंगावत, डालचंद बोरीवाला, दीपक डूंगावत, कैलाश डूंगावत, विजय डूंगावत, मनीष गोन्दावत सहित सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे।