देश-विदेश के भामाशाहों की उपस्थिति में हुआ 'वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी' का उद्घाटन
उदयपुर, । पिछले चार दशक से दिव्यांगजन की नि:शुल्क चिकित्सा एवं पुनर्वास के क्षेत्र में कार्यरत देश के अग्रणी नारायण सेवा संस्थान के माली कॉलोनी स्थित बहुमंजिला नव परिसर ' वर्ल्ड आफ ह्यूमैनिटी' का उद्घाटन रविवार को संपन्न हुआ। इस अवसर पर देश-विदेश से आए संस्थान सहयोगी,भामाशाह एवं सेवा मनीषी केन्या से कुंवर भाई, यूके से प्रकाश नदरानी, हरीश धर यूएसए से लीना दवे, तंजानिया से भरत भाई परमार और गुड़गांव से डॉ. सुरेंद्र प्रसाद गर्ग, मुंबई से चंद्रकांत भाटिया, दिल्ली से डी.सी जोशी की पावन मौजूदगी रही। संस्थान संस्थापक पद्म अलंकृत कैलाश 'मानव' सह संस्थापिका कमला देवी, अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, निदेशक वंदना अग्रवाल,जगदीश आर्य, देवेंद्र चौबीसा, पलक अग्रवाल, महर्षि अग्रवाल ने प्रातः शुभ मुहूर्त में यज्ञात्मक हवन कर विश्व में सुख - शांति की कामना की। भवन का निर्माण कार्य 8 फरवरी 2020 को आरंभ हुआ था। करीब 2 लाख 40 हजार वर्ग फीट क्षेत्र में निर्मित भवन में तीन भूतल सहित 11 मंजिल है। भवन में 450 बेड के अस्पताल, अत्याधुनिक ऑपरेशन थिएटर, आर्टिफिशियल लिंब वर्कशॉप, फिजियोथैरेपी, आवासीय विद्यालय, कौशल विकास प्रशिक्षण केंद्र, भोजन शाला सहित दिव्यांगों की सेवा के सभी आवश्यक प्रकल्प एक छत के नीचे उपलब्ध होंगे।
अतिथियों का स्वागत करते हुए संस्थान अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने कहा कि ' वर्ल्ड ऑफ ह्यूमैनिटी' एक विशाल इमारत मात्रा नहीं है, यह दिव्यांग एवं निर्धन जन के लिए अवसरों की उपलब्धता का प्रवेश द्वार है। उन्होंने इसके निर्माण में सहयोगी भामाशाहों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मानवता का यह संसार दिव्यांगों की चिकित्सा और पुनर्वास के साथ उनकी आर्थिक आत्मनिर्भरता को सुनिश्चित करने में अधिक गति के साथ समर्पित होगा।
संस्थान संस्थापक कैलाश 'मानव' ने कहा कि 1985 में आरंभ हुआ सेवा मिशन आज समाज के सहयोग से आगे बढ़ता देख खुशी हो रही है। हमने दिव्यांगों का जीवन संघर्ष बहुत करीब से देखा है। जब कोई इंसान चल नहीं पाता, बोल नहीं पाता या अपने दैनंदिन कार्य में हर वक्त सहारे की अपेक्षा रखता हो, तब उसे अपनी शारीरिक अक्षमता का ही अहसास नहीं होता बल्कि उसकी आत्मा भी घायल हो होती है। मुझे विश्वास है कि मानवता का यह संसार समाज के सहयोग से सदैव रोशन रहकर लोगों के दुख-दर्द निवारण में सहायक होगा ।
इससे पूर्व 27 नवंबर को इस भवन का वास्तु पूजन जनजाति विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी, राज्यसभा सदस्य चुन्नीलाल गरासिया, विधायक ताराचंद जैन, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत, पूर्व विधायक प्रीति शक्तावत के सानिध्य में 101 कन्याओं के महापूजन के साथ संपन्न हुआ।