उदयपुर, । विद्यार्थियों में अध्ययन, ज्ञान एवं पुस्तकों के प्रति रुचि विकसित करने के उद्देश्य से प्रेरणादायक एक्सपोजर ट्रिप के तहत सोमवार को शहर के अम्बावगढ़ क्षेत्र स्थित द जूनियर स्टडी विद्यालय का दल सूचना केन्द्र पहुंचा। विद्यालय के कक्षा एक में अध्ययनरत नौनिहालों को सहेली मार्ग चेतक सर्कल स्थित सूचना केंद्र पुस्तकालय एवं वाचनालय का अवलोकन करवाया गया।
सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के उपनिदेशक एवं सूचना केंद्र प्रभारी अधिकारी गौरीकांत शर्मा ने बताया कि विद्यालय दल के पुस्तकालय पहुंचते ही बच्चे पुस्तकों की विविध दुनिया देखकर रोमांचित हो उठे। बच्चों ने विविध समाचार पत्र- पत्रिकाएं, सामान्य ज्ञान, विज्ञान, साहित्य, कहानी संग्रह, बाल पत्रिकाओं सहित विभिन्न विषयों की पुस्तकों को बड़े उत्साह से देखा और समझा। साथ ही वाचनालय में शांति एवं अनुशासन के साथ पढ़ने की प्रक्रिया से भी अवगत हुए।
भ्रमण का उद्देश्य विद्यार्थियों को पुस्तकों से जोड़ना तथा उनमें नियमित पढ़ने की आदत विकसित करना है। ऐसे शैक्षणिक भ्रमण बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक सिद्ध होते हैं। सूचना केंद्र के कर्मचारियों द्वारा बच्चों को पुस्तकालय की कार्यप्रणाली, पुस्तकों के वर्गीकरण एवं उपयोग संबंधी जानकारी भी सरल शब्दों में दी गई। भ्रमण के अंत में बच्चों से सामूहिक रूप से उनके अनुभव के बारे में पूछा गया तो सभी ने एक स्वर में “बहुत अच्छा लगा” का उद्घोष किया। इस अवसर पर सूचना केंद्र के लेखाधिकारी जसवन्त सिंह भाटी सहायक प्रशासनिक अधिकारी वाचस्पति देराश्री, सूचना सहायक अशोक अटल, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी हीरा लाल शर्मा, कंप्यूटर ऑपरेटर भूपेंद्र पटेल ने बच्चों को विविध जानकारियां दी। अंत में सभी को टॉफियां भी वितरित की गईं।
पुस्तकालय-वाचनालय के अलावा आर्काइव देखने भी आते है आमजन
उपनिदेशक शर्मा ने बताया कि सूचना केंद्र में पुस्तकालय एवं वाचनालय के साथ ही यहां प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने हेतु करीब डेढ़ सौ अभ्यर्थियों को निरूशुल्क रूप से बैठक व्यवस्था मुहैया करवाई जा रही है,साथ ही आगंतुक पाठकों हेतु कई भाषाओं में विविध प्रकार के समाचार पत्र, पत्र-पत्रिकाएं, ईयर बुक्स क्रोनोलॉजी आदि अध्ययन हेतु निरूशुल्क उपलब्ध करवाई जाती है। प्रतिदिन यहां तीन सौ भी अधिक पाठकों का आना-जाना रहता है। राज्य सरकार द्वारा विविध अवसरों पर प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाती है। आर्काइव अनुभाग में विगत पांच दशकों से भी पूर्व से आदिनांक तक के समाचार पत्र धरोहर के रूप में संरक्षित किये जा रहे है जिनका आमजन कार्यालय समय में अवलोकन कर सकते है।