उदयपुर, । जन स्वास्थय की दृष्टि से पशुओ से मनुष्यो में फैलने वाले रोग जूनोटिक रोगो को नियंत्रण करना अति आवश्यक है। जूनोटिक रोगो के नियंत्रण को हमें गंभीरता से लेना होगा। यह संबोधन संस्थान के उपनिदेशक डॉ सुरेन्द्र छंगाणी ने संस्थान में आयोजित जनस्वास्थय के लिए ’’जूनोटिक रोगो का नियंत्रण अति आवश्यक’’ विषयक संगोष्ठी में दिये। डॉ छंगाणी ने बताया कि पशुओ से मनुष्यो में फैलने वाले रोगो की निरन्तर वृद्धि होती जा रही है यह रोग रोगग्रस्त पशुओ के सम्पर्क में आने से या उनके उत्पादन को कार्य में लेने से फैल रहे है। डॉ. छंगाणी ने स्वस्थ समाज की कल्पना तभी हो सकती है जब हमारे पशुधन को निरोग एवं पुर्णरुप से स्वस्थ बनायें। इसलिये हम सभी को एक पृथ्वी एक स्वास्थ्य पर गंभीरता से सोचना होगा एवं मिलकर कार्य करना होगा। वर्तमान में अनुमानित तीन सौ से भी अधिक रोग है जो पशुओ से मनुष्यो में तीव्रता से फैल रहै है। इस अवसर पर वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ पद्मा मील ने दुग्धजनित रोगो की एवं डॉ. ओमप्रकाश साहू ने मांस जनित रोगो की विस्तृत चर्चा की एवं स्वच्छ उत्पादन की जानकारी दी। पशुपालन डिप्लोमा के विद्यार्थियो ने रेबीज, टीबी, ब्रुसेलोसिस, बर्डफ्लू जैसे अनेको रोगो की एवं उनके बचाव की जानकारियां जन जन तक पहुँचाने की बात पर जोर दिया।