अबकी बार
By : मदनलाल वैष्णव
Update: 2024-05-23 08:22 GMT

अबकी बार
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सुनाई दे रहे समचार
कई छाप रहे अख़बार।
सलाह दे रहे बार बार
कर रहे ख़बरदार।
अबकी बार पचास पार
बात पारे की है यार॥
दूजा मत करिए विचार
अबकी बार गरमी की मार।
करो बचाव करो उपचार
वरना तपने को रहो तैयार॥