ग्राम पंचायत कालेसरिया में पंडित दीनदयाल उपाध्याय संबल पखवाड़ा के अंतर्गत आयोजित शिविर ग्रामीणों के लिए विकास और अधिकार की नयी रौशनी लेकर आया। इस अवसर पर न केवल आम ग्रामीणों को भूमि के पट्टे वितरित किए गए, बल्कि 2 आंगनबाड़ी केंद्र, पटवार भवन और किसान सेवा केंद्र जैसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक भवनों के पट्टों का भी वितरण कर उन्हें वैधानिक रूप से पंचायत की संपत्ति घोषित किया गया।
इस शिविर में कुल 22 पट्टे वितरित किए गए, जिससे अब लाभार्थी अपने मकानों या संस्थागत भवनों पर कानूनी अधिकार के साथ निर्माण एवं उपयोग कर सकेंगे।
महिला लाभार्थी गोपीजी ने बताया,
"अब हमारे पास कानूनी दस्तावेज़ है। इससे हम सरकारी योजनाओं में आवेदन कर सकते हैं और खुद का पक्का घर भी बना सकते हैं।"
यह पहल "आधिकार से आत्मनिर्भरता" की दिशा में एक ठोस कदम साबित हो रही है, जिससे अब लोग न केवल ज़मीन के मालिक बन रहे हैं, बल्कि सम्मान और सुरक्षा का अनुभव भी कर रहे हैं।
इस कार्यक्रम में एसडीएम अर्चना चौधरी, एबीडीओ राजाराम गुर्जर, प्रशासक जयराम सालवी, ग्राम विकास अधिकारी जसराज गोयल, पटवारी अरुण मीणा, कृषि पर्यवेक्षक नरेंद्र गुर्जर उप प्रशासक हनुमान सिंह एवं अन्य विभागीय कर्मचारी उपस्थित रहे। अधिकारियों ने लाभार्थियों को योजनाओं की जानकारी दी और उन्हें आगे की प्रक्रिया के लिए मार्गदर्शन भी किया।
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🌟 जन-जन तक पहुंचता विकास
गांव में स्थित आंगनबाड़ी, किसान सेवा केंद्र और पटवार भवन जैसे संस्थानों को वैध पट्टा मिलने से अब उनकी स्थिति और भी मज़बूत होगी। ये भवन अब लंबे समय तक पंचायत और ग्रामीणों की सेवा में सुरक्षित रह सकेंगे।
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✅ निष्कर्ष
कालेसरिया की यह पहल एक उदाहरण है कि कैसे योजनाएं सिर्फ़ कागज़ों तक नहीं, ज़मीन पर असर छोड़ती हैं। दीनदयाल उपाध्याय संबल पखवाड़ा के तहत किया गया यह कार्य अंत्योदय की भावना को साकार कर रहा है — जहां अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ा जा रहा है।
